पीएनबी ने बताया है कि ग्रामीण इलाकों और अर्ध शहरी इलाकों में मिनिमम बैलेंस के नॉन मेंटीनेंस चार्ज को प्रति तिमाही 200 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया गया है। शहरी और मेट्रो शहरों के लिए यह चार्ज 300 रुपये से 600 रुपये कर दिया गया है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए लॉकर चार्ज को बढ़ा दिया गया है। इससे बढ़ोतरी से केवल एक्स्ट्रा लार्ज लॉकर को छूट दी गई है। शहरी और मेट्रो शहरों के लॉकर चार्ज 500 रुपये तक बढ़ा दिए गए हैं।
पहले साल में कुछ खास संख्या तक लॉकर विजिट को फ्री रखा गया था। एक साल में 15 लॉकर विजिट के लिए कोई पैसा नहीं देना होता था। 15 विजिट के बाद अगर ग्राहक अपना लॉकर देखते थे तो उन्हें प्रति विजिट 100 रुपये देना होता था। लेकिन 15 जनवरी से इसका नियम बदलने जा रहा है। अब साल में 12 लॉकर विजिट फ्री होंगे। उसके बाद जितनी बार ग्राहक लॉकर देखेंगे, उन्हें प्रति विजिट के लिए 100 रुपये चुकाने होंगे।
डिमांड ड्राफ्ट में हुए ये बदलाव:
डिमांड ड्राफ्ट के रेट में भी बदलाव किए गए हैं। डिमांड ड्राफ्ट का री-वैलिडेशन, कैंसिलेशन चार्ज, लॉस्ट इंस्ट्रूमेंट जारी करने का चार्ज और डुप्लीकेट ड्राफ्ट जारी करने का चार्ज पहले 100 रुपये होता था। लेकिन अब इसे बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया गया है। चेक के आउटवार्ड रिटर्निंग चार्ज के पैसे भी बढ़ा दिए गए हैं। 1 लाख तक के चेक का आउटवार्ड रिटर्निंग चार्ज पहले 100 रुपये था जिसे बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया गया है। 1 लाख से अधिक के चेक का आउटवार्ड रिटर्निंग चार्ज पहले 200 रुपये था जिसे बढ़ाकर 250 रुपये कर दिया गया है। नया नियम 15 जनवरी से लागू होगा।
करंट अकाउंट में बदलाव:
करंट अकाउंट के नियम में भी बदलाव किया गया है। अगर कोई ग्राहक अपने करंट अकाउंट को खाता खुलने से 14 दिन से 12 महीने के बीच में बंद करता है तो उसे अब 800 रुपये चुकाने होंगे। पहले यह राशि 600 रुपये थी। हालांकि करंट अकाउंट को खुलने से 12 महीने बाद बंद करते हैं तो कोई चार्ज नहीं देना होगा। एक अलग नोटफिकेशन में PNB ने कहा है कि एनएसीएच डेबिट के रिटर्न चार्ज के रूप में प्रति ट्रांजेक्शन 250 रुपये लिए जाएंगे जबकि यह चार्ज पहले 100 रुपये था। इसका नया नियम 1 फरवरी 2022 से लागू हो रहा है।