अन्य डेटा केवल एनएमसी, एसएमसी, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई), चिकित्सा संस्थानों और एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन बोर्ड (ईएमआरबी) को दिखाई देगा। एनएमसी के मुताबिक रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करने के बाद यह सत्यापन के लिए संबंधित एसएमसी (स्टेट मेडिकल कमीशन) को भेजा जाएगा। वहां से समीक्षा के लिए संबंधित कॉलेज या संस्थान को भेजा जाएगा। कॉलेज या संस्थान से सत्यापन के बाद आवेदन एनएमसी को भेजा जाएगा। एनएमसी द्वारा सत्यापन के बाद एनएमआर आइडी जारी की जाएगी। नोटिस में कहा गया कि इस प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर हेल्थकेयर प्रदाता रजिस्ट्री में शामिल होने का विकल्प चुन सकते हैं, जो उन्हें डिजिटल हेल्थकेयर इकोसिस्टम से जोड़ेगा।
सही आंकड़े होंगे
नेशनल मेडिकल कमीशन के एक अधिकारी के मुताबिक हमारे पास ऐसा कोई डेटा नहीं है, जो बता सके कि देश में कुल कितने डॉक्टर हैं। हमारे पास अनुमानित संख्या है। इस प्रक्रिया के बाद हमारे पास सही आंकड़े होंगे। यह भी पता चल सकेगा कि कितने डॉक्टरों ने देश छोड़ा, कितनों का लाइसेंस रद्द हुआ, कितने डॉक्टरों की जान गई। एक अनुमान के मुताबिक 13 लाख से ज्यादा डॉक्टर इससे जुड़ सकते हैं।