हज कमेटी ऑफ इंडिया ने इस बारे में गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक होटल में भारतीय पति-पत्नी के कमरे आसपास रखने के इंतजाम किए जाएंगे, ताकि जरूरत पडऩे पर एक-दूसरे की मदद कर सकें। पुरुषों को महिलाओं के कमरों में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। हज कमेटी सऊदी अरब में हज यात्रियों को ठहराने के लिए होटल और बिल्डिंग किराए पर लेती है।
इसलिए थी रियायत
भारत से हर साल करीब पौने दो लाख लोग हज के लिए सऊदी अरब जाते हैं। हज कमेटी ऑफ इंडिया मुंबई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लियाकत अली आफाकी ने बताया कि भारत से जाने वाले ज्यादातर यात्री बुजुर्ग और कम पढ़े-लिखे होते हैं। इसके मद्देनजर सऊदी सरकार ने सिर्फ भारतीय पति-पत्नी को एक साथ कमरे में ठहरने और किचन की छूट दे रखी थी।
हर फ्लोर पर रिसेप्शन
अब तक राज्यवार महिला और पुरुष हज यात्रियों का ग्रुप बनाकर साथ-साथ कमरों में ठहराने की व्यवस्था थी। अब जिलेवार यात्रियों को एक इमारत में ठहराया जाएगा। इमारत के हर फ्लोर पर रिसेप्शन होगा, जहां पति-पत्नी बैठकर बातचीत कर सकेंगे। बुजुर्ग श्रेणी में उम्र की सीमा 70 से घटाकर 65 साल कर दी गई है। इस श्रेणी के यात्रियों को एक साथ रखा जाएगा।