इसी जल संकट के बीच पानी की टंकियों को जंजीर से बांधकर ताला लगाने की तस्वीर सामने आई है। पानी इकट्ठा करने के बाद लोग अपने पानी के डिब्बे को जंजीर से बांध रहे हैं। यह नजारा दिल्ली के कुसुमपुर पहाड़ी, वसंत विहार का है। पानी की समस्या को लेकर स्थानीयवासियों का कहना है कि यहां पर कई पानी के टैंकर आते हैं लेकिन एक पानी का बोर यहां हमारा सहारा है। अगर यह यहां नहीं होता, तो भगवान जाने क्या होता।
लगातार घटते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली जल बोर्ड ने जलापूर्ति प्रभावित होने की आशंका जताई। बोर्ड ने करीब 25 इलाकों की सूची जारी करते हुए दिल्लीवासियों से अपील की है कि जरूरत के मुताबिक ही पानी का इस्तेमाल करें। इसके बाद भी अगर समस्या होती है कि टैंकरों से आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
तो वहीं दिल्ली के जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने यमुना नदी में हरियाणा सरकार द्वारा कम पानी छोड़ने की वजह से वजीराबाद और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी का उत्पादन प्रभावित होने पर चिंता जाहिर की। सत्येंद्र जैन ने यमुना में लगातार घटते जलस्तर को देखते हुए मंगलवार को वजीराबाद बैराज का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही, यमुना नदी में हरियाणा सरकार द्वारा कम पानी छोड़ने की वजह से वजीराबाद और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी का उत्पादन प्रभावित होने पर चिंता जाहिर की।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि हरियाणा दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ रहा है। जल संकट के बीच सत्येंद्र जैन हरियाणा द्वारा छोड़े गए पानी का निरीक्षण करने के लिए वजीराबाद बैराज पहुंचे । उन्होंने ट्वीट किया “हरियाणा दिल्ली का उचित हिस्सा पानी नहीं छोड़ रहा है। यमुना का जलस्तर सामान्य 674.5 फुट से घटकर इस साल के न्यूनतम स्तर 669 फुट (समुद्र तल से 5.5 फीट नीचे) पर पहुंच गया है। नतीजतन वजीराबाद डब्ल्यूटीपी में पानी का उत्पादन 60-70 एमजीडी कम हो गया है।”
जल मंत्री ने कहा कि यमुना का जलस्तर यदि एक फीट भी नीचे चला जाता है तो दिल्ली में पानी की भारी कल्लित हो जाती है क्योंकि दिल्ली अपने पीने कि पानी कि पूर्ति का बड़ा हिस्सा यमुना से ही लेती है। दिल्ली की बढ़ती आबादी के साथ ही पानी की मांग भी बढ़ गई है। पानी का एक बढ़ा हिस्सा वजीराबाद और चंद्रावल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से आता है। हरियाणा द्वारा पानी की निरंतर आपूर्ति में बाधा आने से दिल्लीवालों को उनके हिस्से का पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है जोकि उनका मूल अधिकार है। बता दें कि दिल्ली के जल संकट को लेकर दिल्ली जल बोर्ड ने पहले ही जानकारी दी है कि 17 मई की सुबह और अगले कुछ दिनों तक कई इलाकों में जल आपूर्ति प्रभावित रहेगी।