scriptनदी किनारे ऊंचे मंदिर में विराजती है मां खेरापति | Mother Kherapati is in the high temple on the banks of the river | Patrika News
नरसिंहपुर

नदी किनारे ऊंचे मंदिर में विराजती है मां खेरापति

खेरापति माता के नाम से है नगर का मातावार्ड

नरसिंहपुरOct 11, 2018 / 07:01 pm

ajay khare

kherapati

kherapati

गाडरवारा। प्रत्येक नगर या गांव में उस गांव खेड़े की अधिपति मां खेरापति का मंदिर गांव शहर में जरूर होता है। इसी क्रम में नगर के शक्कर नदी के तटवर्ती माता मोहल्ले में स्थापित मां खेरापति मंदिर नगर के प्राचीन मंदिरों में शुमार है। यहां विराजी खेरापति माता केनाम से ही मोहल्ले का नाम मातावार्ड रखा गया है। नगर वासियों के घर में कोई शादी ब्याह का आयोजन हो या कोई तीज त्यौहार हो। बड़ी संख्या में नगरवासी माता के दर्शन पूजन करने अवश्य आते हैं। यहां जनसहयोग से पुराने मंदिर में जीर्णाेद्धार कर नया रंग रूप दिया गया है। नगरवासियों के अनुसार सदियों पहले से नगर के निवासियों की रक्षा मां खेरापति करती चली आ रही हैं। शक्कर नदी के पास ऊंचाई पर मां का मंदिर बना हुआ है। जिसमें माता की प्रतिमाएं विराजित हैं। नगर में शादी विवाह आयोजित होने पर माता पूजन करने लोग महिलाएं पुरुष इस मंदिर में बाजे गाजे के साथ आते हैं। विवाह उपरांत दूल्हा दुल्हन भी बाजे गाजे के साथ मां का आशीष लेकर ही नव दांपत्य जीवन का श्रीगणेश करते हैं। वैसे तो यहां रोजाना मां की आरती में अनेकों लोग शामिल होते हैं। वहीं चैत्र एवं शारदेय नवरात्रि के दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। हजारों लोग सुबह से ही मां के दर्शनार्थ मंदिर में आते हैं। प्रतिवर्ष अनेक प्रकार के आयोजन नवरात्रि पर्यंत इस मंदिर में चलते हैं। कन्याभोज भंडारे आदि के आयोजन कराए जाते हैं। चैत्र नवरात्रि में जवारे एवं प्रतिमा स्थापित की जाती है। खेरापति के जवारे एवं प्रतिमा दर्शन, विसर्जन की छटा भी निराली रहती है। मंदिर के पास ही हनुमान जी एवं सिद्धबाबा का भी स्थान बना हुआ है, मंदिर परिसर में हवन पूजन नवरात्रि के दौरान होते रहते हैं। नगर में बड़े धार्मिक आयोजनों के अवसर पर भी सबसे पहले खेरापति की पूजन कर ध्वज आदि चढ़ाते श्रद्धालुओं को देखा गया है। अब नवरात्रि के नौ दिन मां खेरापति की आराधना से यहां दिन रात श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहेगा। मां के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजित होने लगा है। प्रात:काल से ही जल ढारने वालों की भीड़ लगती है। कहते है कि श्रद्धालुओं द्वारा मातारानी से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। जिसके प्रतीक मुराद पूरी होने के ऐवज में लगे मंदिर में घंटे एवं चढ़ाए गए ध्वज हैं।

Hindi News / Narsinghpur / नदी किनारे ऊंचे मंदिर में विराजती है मां खेरापति

ट्रेंडिंग वीडियो