इसके बाद रुखसार किसी काम से किचन में चली गई। ये देखकर दोनों बच्चियां अपनी दो माह की बहन को उठाकर बाथरूम में ले गईं । यहां इन्होंने उस मासूम को भी टेडी के समान नल के नीचे बाल्टी लगाकर उसमें नहलाना शुरु कर दिया। लेकिन, जैसे ही मासूम के मुंह पर नल का पानी पड़ा तो वो झटपटा उठी और बहनों के हाथ से छूटकर बाल्टी में फंस कर डूब गई। इसके बाद पहले तो दोनों बच्चियों ने छोटी बहन को बाहर निकालने की काफी कोशिश की, लेकिन जब उनकी कोशिश काफी नहीं रही तो उन्होंने घबराकर बाल्टी का ढक्कन लगा दिया और बाथरूम से बाहर आ गईं। इस तरह नादानी में 2 महीने की मासूम बच्ची की जान अपनी बहनों के हाथों ही चली गई।
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पुलिस को तलाशी में मिली बच्ची
मामले को लेकर एएसपी अवधेश प्रताप सिंह का कहना है कि, आसिफ खान की ओर से बच्ची की गुमशुदगी की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस टीम फरियादी के घर पहुंची और सबसे पूछताछ की, ताकि कोई सुराग लग सके, इसपर बच्चियों की बातों को भांपते हुए जब पुलिस टीम ने घर की तलाशी शुरु की तो बच्ची बाथरूम में रखी पानी से भरी बंद बाल्टी के अंदर मृत अवस्था में डूबी मिली। पुलिस ने जब इस घटनाक्रम की पड़ताल की तो मालूम चला कि, बच्ची की मौत नादानी में हुई है।
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मासूम बच्चों पर अपराध दर्ज नहीं हो सकता
वहीं, मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर मृत्यु के कारणों के मामले की जांच के लिए पोस्टमार्टम कराया है, जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। क्योंकि ये 7 वर्ष की उम्र से छोटे बच्चों का मामला है, जिसमें किसी भी प्रकार का प्रकरण बच्चियों के ऊपर नहीं बनता है। इसमें जो कानूनी प्रावधान है, उसके तहत इनके विरुद्ध कोई अपराध पंजीबद्ध नहीं किया जा सकता।
माता पिता रखें ध्यान
अक्सर हम छोटे बच्चों पर नजर नहीं रखते हैं, जिसके कारण इस प्रकार की घटनाएं होती है। परिवार में जहां पर भी छोटे बच्चे हों, उन पर हमें हमेशा खास ध्यान रखे रहना चाहिए। हम उन्हें बार बार टोकें नही, लेकिन उन्हें पता चले बिना भी हम अकसर उनपर नजर रखें हों। उन्हें पानी, आग या किसी भी रिस्की चीजों के पास जाने से रोकना चाहिए। भले ही, मौके पर सुरक्षित स्थल या सुरक्षा नजर आ रही हो। सबसे खास बात ये कि, बच्चों के सामने ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिसे दोहराना उनके लिए जानलेवा हो। बाल विशेषज्ञों की मानें तो अकसर बच्चों की आदत होती है कि, वो वही काम रिपीट करते हैं, जो उनके सामने बड़ों द्वारा किया जाता है।खासकर वो अपने पेरेंट्स को कॉपी करते हैं। इस मामले में भी यही कॉपी वाला मामला जानलेवा साबित हुआ है। क्योंकि, जिस तरह मां टेडी बियर को नहला रही थी, बच्चियों को दो महीने की बच्ची भी टेडी बियर के समान मेहसूस हुई और उसे भी टेडी बियर की तरह नहलाने बाथरूम में ले गईं और फिर नतीजतन ये दर्दनाक हादसा हो गया।