MP News: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (Satpura Tiger Reserve) के जंगल (forest) की सुरक्षा (Security) में लगे सभी हाथियों (Elephants) को शनिवार (saturday) से सात दिन का अवकाश (7 Days Leave) दिया गया है। इस दौरान उनसे कोई काम नहीं कराया जाएगा। चूरना के कैंप (Churna Camp) में हाथी आराम करेंगे।
उन्हें रोजाना स्पा दिया जा रहा और मनपसंद खाना भी खा रहे हैं। एसटीआर (STR) में लाए गए कर्नाटक (Karnataka) के चार हाथियों को पहली बार पुर्नयोवनीकरण शिविर में शामिल किया गया है। जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व (Bandipur Tiger Reserve) से लाए गए नर और मादा हाथी मरीशा, गजा, कुष्णा, स्मृता के साथ एसटीआर के अंजुगम, प्रिया, पूजा को एमपी के चूरना (Churna) में बनाए गए एक विशेष कैंप में रखा गया है।
यहां उनकी सेवा करने के लिए सात महावत, चारा कटर के साथ आधा दर्जन से अधिक अफसर प्रतिदिन तैनात रहते हैं। रोजाना सुबह हाथियों को नदी में घंटों स्नान कराया जाता है। उनकी विभिन्न तेलों से मालिश की जाती है। इसके बाद महावत उनका श्रृंगार करते हैं। कैंप में हाथियों के रहने के लिए अलग-अलग स्थान बनाए गए हैं।
महावतों को दिए मोबाइल फोन
हाथियों के महावतों को भी एसटीआर ने अपडेट कर दिया है। एसटीआर के मुताबिक पीसीसीएफ की मौजूदगी में शनिवार को महावतों को मोबाइल फोन दिए गए हैं। इसके जरिए वे गश्त के दौरान मुख्यालय से संपर्क में रहेंगे।