शहर के पुरानी इटारसी क्षेत्र में प्रस्तावित बस स्टैंड का निर्माण जमीन हस्तांतरण नहीं होने की वजह से करीब तीन साल तक काम अटका हुआ था। इससे पहले नगरपालिका ने बस स्टैंड के साथ इसी परिसर में अपनी आय बढ़ाने के लिए ४५ दुकानों का प्रस्ताव भी शामिल कर दिया था। जिसकी वजह से उसके व्यवसायिक प्रयोजन को देखते हुए शासन ने जमीन हस्तांतरण के एवज में ३ करोड़ ५४ लाख रुपए भूभाटक मांगा था। इसी वजह से नगरपालिका ने जमीन के लिए दोबारा से संशोधित प्रस्ताव बनाकर भेजा था।
पुरानी इटारसी में ट्रेक्टर स्कीम की करीब 6 एकड़ जमीन पर सुविधायुक्त बस स्टैंड प्रस्तावित किया गया था। वर्ष 2015 में बस स्टैंड प्रोजेक्ट के लिए योजना बनाई गई थी। पहली बार में 8 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार हुई मगर बाद में उसे संशोधित करना पड़ा। संशोधित डीपीआर करीब 13 करोड़ 50 लाख रुपए की बनाकर शासन को भेजी गई थी। लेकिन अब नया बस स्टैंड करीब सात करोड़ रुपए से बनेगा।
पुरानी इटारसी के देवेंद्र सिंह, रुपेश पाल, विमल कुमार ने बताया कि पुरानी इटारसी में बस स्टैंड बनने से यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने-ले जाने के लिए ऑटो, चाय-नाश्ता सहित अन्य व्यापार व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी। मजदूर व हम्मालों ने कहा कि ट्रांसपोटेशन का मिलने से आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
बस स्टैंड की जमीन मिलने के बाद जमीन को समतल करने का काम किया जा रहा है। नए बस स्टैंड में बसों का स्टॉपेज और यात्रियों के बैठने के लिए विश्रामालय बनाया जाएगा।
-आदित्य पांडेय, सब इंजीनियर नपा