नक्सलियो ने इसी मार्ग पर सुबह के समय बैनर व पोस्टर भी लगाया गया था। जिसमें नक्सलियों ने पोस्टर में यह लिखा था कि जो भी निको जयसवाल कंपनी के साथ काम करेगा और शासन-प्रशासन की दलाली करेगा उसे सागर साहू जैसी मौत की सजा देने सहित ट्रक चालकों को यह भी चेतावनी दी गई थी कि जिला नारायणपुर छोटेडोंगर का आमदाई खदान को ले जाने वाले गाडी ड्रायव्हर लोगों को हमारी पार्टी से आखरी चेतावनी दे रहे है, कि दुबार खदान को ढुलाई करने से मौत का सजा मिलेगा। इस तरह के बैनर पोस्टर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी बयानार एरिया कमेटी ने फरसगांव के चस्पा किए थे।
इस बैनर पोस्टर चस्पा होने के बावजूद निको जयसवाल कम्पनी का लौह अयस्क परिवहन कार्य जारी था। इससे सोमवार की रात इसी मार्ग से लौह अयस्क लेकर माइनिंग की गाडी गुजर रही थी। जिसे नक्सलियों ने रोककर उनमें आग लगा दी। घटना के बाद उस क्षेत्र में माइनिंग के ढुलाई का कार्य कर रहे वाहन मालिकों एवं वाहन चालकों में दहशत बनी हुई है। वहीं, इलाके में कार्य कर रहे मजदूरों एवं आस-पास के गांव में भी दहशत का माहौल व्याप्त है। कितनी संख्या में नक्सली मौके पर पहुंचे थे, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है।
आमदई खदान का विरोध करते हुए नक्सलियों सोमवार को ओरछा मार्ग पर बैनर पोस्टर चस्पा किए थे। इसमें नक्सलियों ने वाहनो को आग लगाने के पूर्व ही जिला नारायणपुर के छोटेडोंगर क्षेत्र के 84 परगना के जनता की जीवदायनी आमदई खदान को गैर कानूनी से निको कंपनी का ठेकेदार दलाली पूंजीपतियों को ले जा रही है। इस कारण पीएलजीए द्वारा ख़फ़ान की गाड़ियों को आग से जला दिया गया है। इस तरह नक्सलियों द्वारा वाहन को आग लगाने के पूर्व ही पोस्टर फेंक दिया था। इस पोस्टर के चलते सोमवार की रात झारा घाटी में माइंस की 3 ट्रकों को आग के हवाले करने की खबर सोशल मीडिया में छाई रही।