जानकारी के अनुसार आरोपियों ने रेशमी जाल बिछाकर मोर को फंसा लिया। शिकारी की भनक लगते ही ग्रामीणों ने पीछा किया तो आरोपियों ने अपने ही खेत स्थित सूखे कुएं पर मोर को डाल दिया, जिससे ग्रामीणों को भनक नहीं लगे और रात्रि में इसका उपयोग कर सके। शिकार घटना की भनक लगते ही काफी ग्रामीणों ने मौके पर पर पहुंच कर आरोपियों को दबोच लिया। पूर्व सरपंच कानाराम दन्तुसलिया की सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शिकार बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
वन्य जीव सुरक्षा समिति के अध्यक्ष अर्जुन लोमरोड़ ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व भी इसी सरहद में इन आरोपियों ने शिकार घटना को अंजाम दिया, लेकिन मुख्य आरोपी भाग छूटा, जिससे कार्रवाई नहीं कर पाए। एक सप्ताह से समिति की टीम गोपनीय तरीके से इन आरोपियों पर नजर रख रही थी, जिससे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बार बार शिकार घटना पर रोष प्रकट करते हुए मुख्य आरोपी सहित शिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की है।