Nagaur. यथासमय आपूर्ति नहीं होने से डाक विभाग की गंगाजल योजना से लोगों की बनी दूरी- प्रधान डाकघर में रखा रह गया ढाई सौ लीटर गंगागजल- लोगों की डिमांड पर गंगोत्री से मंगाया गया था गंगाजल- लोगों ने कहा कि प्रचार-प्रसार के अभाव में नहीं बिक पाया गंगाजल
नागौर•Jul 26, 2021 / 11:47 pm•
Sharad Shukla
Gangajal came to Nagaur-head post office
नागौर. डाक विभाग की ओर से लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए पवित्र गंगाजल उपलब्ध कराने की योजना पर अघोषित तौर पर हुई अनियमित आपूर्ति के चलते इसके उद्देश्य पर पानी फिरता नजर आने लगा है। कारण एक साल का लंबा अर्सा होने के बाद गंगाजल डाकघरों में पहुंचा। अनियमित आपूर्ति होने की वजह से कइयों को लगा कि अब यह योजना विभाग ने बंद कर दी, नतीजतन गंगा जल के लिए लोगों का डाकघरों में पहुंचना कम हो गया। इससे लोगों का इसके लिए न केवल इसको लेने आने वालों की संख्या औसतन बेहद कम हो गई, बल्कि जरूररतमंदों को गंगा जल के लिए भटकना पड़ रहा है।
डाक विभाग की ओर से करीब दो साल पूर्व डाकघरों के माध्यम से गंगाजल उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई। ताकी लंबी दूरी एवं अनावश्यक खर्च से बचने वालों या किन्हीं कारणों से गंगा जल जाकर ले आने में असमर्थ लोगों को भी इसकी उपलब्धता कराई जा सके। इसके लिए योजना की शुरुआत में वर्ष 2019 में गगाजल की छोटी एवं मध्यम आकार की 40 से ज्यादा बोतलें आई। डाकघरों में गंगाजल आने के बाद कई जगहों पर लोगों ने इसकी तत्परता से खरीद भी की। इसके बाद से विभाग की से 2020 तक गंगाजल की कोई आपूर्ति नहीं की जा सकी। इस समयावधि में लोगों ने डाकघरों के कई चक्कर लगाए, लेकिन लोगों को गंगाजल नहीं मिल पाया। कारण विभाग की ओर से बताया गया कि आपूर्ति नहीं हो रही है। इसके चलते लोगों का क्रमश: गंगाजल के लिए डाकघरों में आना बेहद कम हो गया। जानकारी के अभाव में लोगों की गंगाजल के लिए डाकघरों से दूरी बन गई। एक साल का लंबा अर्सा होने के बाद इस वर्ष मार्च एवं चालू माह जुलाई में इसकी आपूर्ति की गई। आपूर्ति होने के बाद गंगा जल की डाकघरों में उपलब्धता होने के बाद भी अब तक इसके खरीद की स्थिति औसत से भी बेहद कम रही।
कब, कितना गंगा जल की आपूर्ति हुई
वर्ष 2019 के दिसंबर माह में 48 बोतल गंगाजल
वर्ष 2021 में मार्च माह में 96 बोतल
वर्ष 2021 के जुलाई माह में 192 बोतल
बोर्ड लगाना चाहिए
इस संबंध में शहरवासियों में विजय, रमाशंकर, दिनेश, रामराज से बातचीत हुई तो इनका कहना था कि डाक विभाग को उत्पाद बिक्री के बाकायदा बोर्ड आदि डाकघरों में लगाने चाहिए। ताकी लोगों को पता चल सके कि यहां पर योजनाओं से संबंधित उत्पाद की उपलब्धतता है कि नहीं। पूर्व में कई बार जाने के बाद बाद यही पता चला कि गंगाजल नहीं है। गंगाजल नहीं उपलब्ध था तो फिर इसकी विभाग की ओर से सूचना डाकघर परिसर में ही चस्पॉ करानी चाहिए थी।
इनका कहना है…
डाकघरों में गंगाजल की उपलब्धतता है। इसकी पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति हुई है। कोई भी डाकघर में आकर इसकी खरीद कर सकता है। पूर्व में कोविड के चलते आपूर्ति नहीं हो पाई थी। अब स्थिति सामान्य है।
रमाशंकर, जिला डाक अधीक्षक नागौर
Hindi News / Nagaur / आखिरकार एक साल बाद गंगोत्री से पहुंचा गंगा जल