अतिरिक्त संभागीय आयुक्त सत्तार खान एवं जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी सहित जिला एवं उपखंड स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में संभागीय आयुक्त मलिक ने अजमेर संभाग में रास्ता खोलो अभियान की जानकारी देते हुए नागौर जिले में संचालित अभियान में तीव्रता लाने का आह्वान किया। जनसुनवाई के दौरान आए विभिन्न परिवादों को देखते हुए संभागीय आयुक्त ने राजस्व अधिकारियों व विकास अधिकारियों को विभिन्न शालाओं में खेल मैदान से संबंधित आवंटन प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने तथा विभिन्न गांवों में श्मशान के लिए भूमि आवंटन करने का कार्य शीघ्रता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने नागौर जिले में अनेक सरपंचों की मांग पर गांव में सार्वजनिक प्रयोजनार्थ पृथक से स्थान निर्धारित करने की कार्य योजना पर ध्यान देने तथा इस संबंध में अन्य क्या वैकल्पिक समाधान किया जा सकता है, इस दृष्टि से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने ने अलाय, कृष्णापुरा, बाराणी, छीला, खारी कर्मसोता, सुथारों की ढाणी, श्रीबालाजी सहित अनेक गांवों में जल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। बापोड़ तथा कुम्हारी गांव के तालाब के समीप से विद्युत लाइन हटाने के संबंध में भी जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों द्वारा मांग की गई, जिस पर संभागीय आयुक्त ने निगम के अधिकारियों को शीघ्र ही मौका मुआयना करके समाधान करने के निर्देश दिए, ताकि जान-माल की हानि से बचा जा सके।
जनसुनवाई के दौरान सरपंच ने गांव के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नियुक्त चिकित्साधिकारी द्वारा नशावृति करने तथा मरीजों के साथ दुव्र्यवहार करने की शिकायत की, जिस पर संभागीय आयुक्त ने बीसीएमओ डॉ. महेन्द्रसिंह मीणा को मामले की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि शिकायत सही पाई जाने पर संबंधित चिकित्साधिकारी को रोहिणी पीएचसी से हटाकर अन्यंत्र लगाया जाए। सरपंचों द्वारा सामूहिक रूप से यह मांग की गई कि कृषि भूमि पर बिजली कनेक्शन के लिए जब जमाबंदी संलग्न है तो भी डिस्कॉम के अधिकारियों द्वारा सरपंचों के हस्ताक्षर की मांग की जा रही है तथा आबादी क्षेत्र होने पर पट्टा होने पर भी सरपंचों के हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं है। ग्रामीणों को इस संबंध में अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। इस पर संभागीय आयुक्त ने सहमति व्यक्त करते हुए डिस्कॉम अधिकारियों से इस संबंध में आवश्यक सावधानी रखने व आवेदकों की पत्रावलियों का शीघ्र निस्तारण करने का निर्देश दिए।
नागौर. राज्य सरकार की ओर से मृत्युभोज पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा चुका है, इस आदेश को धरातलीय स्तर पर लागू करवाने के लिए उपखण्ड अधिकारी ग्राम स्तर पर पटवारी व ग्रामसेवक की मॉनिटरिंग के साथ-साथ सामाजिक बदलाव लाने का काम भी करें। यह निर्देश संभागीय आयुक्त डॉ. आरुषि अजेय मलिक ने मंगलवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षात्मक बैठक में दिए।