scriptVideo : काश नागौर में भी कोई सुप्रीम कोर्ट होता… | Burning plastic waste from dumping yard on Balwa Road | Patrika News
नागौर

Video : काश नागौर में भी कोई सुप्रीम कोर्ट होता…

– दिल्ली में पराली जलाने पर पाबंदी, यहां तो प्लास्टिक युक्त कचरा जला रहे- जहरीली गैस से स्कूली बच्चों व कॉलोनीवासियों का सांस लेना दूभर, जिम्मेदार नींद में- बालवा रोड पर बना है कचरे का डम्पिंग यार्ड, निस्तारित करने वाली मशीनें बंद
 
 

नागौरNov 10, 2023 / 09:16 pm

shyam choudhary

Burning plastic waste from dumping yard on Balwa Road

Burning plastic waste from dumping yard on Balwa Road

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाने पर रोक लगाने के साथ जिम्मेदारों को फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकते। काश यहां भी कोई सुप्रीम कोर्ट होता तो जिम्मेदारों को जहरीला कचरा जलाने से रोकता। क्योंकि बालवा रोड पर डाले जा रहे शहर के अपशिष्ट का निस्तारण करने के बजाए पिछले एक साल से जलाया जा रहा है और अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। इसके चलते बालवा रोड पर संचालिल मॉडल स्कूल व केन्द्रीय विद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के साथ डॉ. भीमराव अम्बेडकर आवासीय कॉलोनी में रहने वाले लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है।

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अंधेरा होने के बाद लगाते हैं ‘तूळी’
डम्पिंग यार्ड में कचरा जलाने वाला व्यक्ति अंधेरा होने के बाद ‘तूळी’ लगाकर आग लगाई जाती है, ताकि रात को कोई देखे नहीं। रातभर प्लास्टिक युक्त कचरे से जहरीला धुआं निकलता रहता है। इससे लोगों को सांस की तकलीफ होने लगी है। गौरतलब है कि डम्पिंग यार्ड के आसपास दो सरकारी स्कूलों (केन्द्रीय विद्यालय व मॉडल स्कूल) के साथ दो सरकारी कॉलेज (कृषि कॉलेज व पॉलिटेक्निक कॉलेज) के विद्यार्थी परेशान हैं तो हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले लोगों के साथ बालवा व सलेऊ गांव के ग्रामीणों को भी परेशानी हो रही है।

करोड़ों खर्च, फिर भी जला रहे
गौरतलब है कि नगर परिषद की ओर से शहर के कचरा निस्तारण पर हर माह करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, इसके बावजूद कचरे का उचित निस्तारण नहीं हो पा रहा है। शहर से एकत्र कर बालवा रोड पर बनाए डम्पिंग यार्ड में डाले जाने वाले कचरे को प्राकृतिक रूप से निस्तारित करने की बजाए अब जलाकर बड़े स्तर पर वायु प्रदूषण किया जा रहा है।

एक साल बाद भी नहीं निकाल पाए समाधान
डम्पिंग यार्ड में कचरा जलाने का अवैध काम करीब एक साल पहले शुरू किया गया था। उस समय लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई तो नगर परिषद के तत्कालीन आयुक्त श्रवणराम चौधरी ने समाधान निकालने की बात कही थी। लेकिन अब तक वही स्थिति है। गौरतलब है कि शहर के कचरे के प्राकृतिक निस्तारण के लिए करीब चार साल पहले नगर परिषद ने एक एजेंसी से एमओयू किया था। उसके तहत एजेंसी को शहर के अपशिष्ट का प्राकृतिक रूप से निस्तारण करना था। एजेंसी ने डम्पिंग यार्ड पर मशीनें लगाकर काफी समय तक कचरे का निस्तारण किया तथा यार्ड के आसपास गड्ढ़ों में भर दिया। पिछले साल ठेका अवधि पूरी होने पर कचरा निस्तारण का काम काम बंद कर दिया। एक साल बीतने के बावजूद नगर परिषद समाधान नहीं निकाल पाई। इस सम्बन्ध में नगर परिषद आयुक्त से बात करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

भाकल की पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर आज
नागौर. श्री बाबूलाल भाकल एज्युकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी नागौर की ओर से बाबूलाल भाकल की पुण्यतिथि पर गुरुवार को रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। सोसायटी की अध्यक्ष सीता देवी भाकल ने बताया कि शहर के स्टॉफ कॉलोनी स्थित भाकल भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें शहर सहित गांवों के लोग रक्तदान करेंगे।

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