14 दिसम्बर को ही गया था ड्यूटी पर
नौ सेना के जवान के पार्थिव देह के घर पर पंहुचने पर परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस दौरान अपने कलेजे के टुकड़े बड़े बेट का मुंह देखने आई मां की रुलाई फूट पड़ी। अपने लाड़ले बेटे को यू छोड़कर जाते हुए देख सहम गई।
इसी दौरान पिता रामनिवास पोषक व छोटे भाई देवेन्द्र भी भाई के यू छोडक़र चले जाने पर रो पड़े। इस दौरान परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया सहित अन्य लोगों ने परिवार जनों को ढांढस बंधाया।
पुलिस ने संभाली व्यवस्था
जवान की अंतिम यात्रा को लेकर बटालियन की गाड़ी के लिए कुचामन व नावां थाने की पुलिस ने व्यवस्था बनाई। कुचामन सीआई जगदीप्रसाद मीणा, नावां सीआई नन्दलाल के साथ अन्य पुलिसकर्मियों ने व्यवस्था संभाली।
बेटे की सगाई करने की तैयारी में थे परिजन
पिंटू मुम्बई में तैनात था। वर्ष 2019 में पिंटू का नौ सेना में चयन हुआ था। वह 14 दिसम्बर को ही छुट्टी से वापस ड्यूटी पर लौटा था। पिंटू घर में बड़ा बेटा था। माता-पिता अगली बार आने पर पिंटू की सगाई करने की चर्चाएं कर रहे थे। पिंटू परिजनों से जल्द लौटने की बात कहकर गया था, लेकिन तिरंगे में लिपटकर लौटा।