हाथरस कांड: युवती के परिवार वाले ‘असुरक्षित’, सरकार से की शहर में आवास की मांग
गांव में स्वास्थ्य विभाग का उपकेंद्र भी है लेकिन वह भी खंडहर में तब्दील हो चुका है। जनपद मुज़फ्फरनगर में थाना भोपा क्षेत्र के गांव जोली में बीते लगभग दस दिनों से रहस्यमय बुखार के प्रकोप के चलते गांव के सात ग्रामीणों की मौत हो जा चुकी है जिस वजह से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों की माने तो गांव में कोई भी डॉक्टर ग्रामीणों की सुध लेने गांव में नही आते जबकि गांव में ही बना स्वास्थ्य केंद्र खण्डर में तब्दील हो चुका है।सीओ ने लगाई मुख्यमंत्री से गुहार मुझे थाना प्रभारी से बचाओ
मुख्य चिकित्साधिकारी प्रवीण कुमार चौपड़ा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को गांव में भेजा जाएगा टीम गांव में जाकर सर्वे करेगी। ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाएगा। गांव प्रधान शाह रजा ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव में बीते दस दिनों से रहस्यमई बुखार के प्रकोप से बीते तीन से चार दिनों में दोनों ही समुदायों के महिला पुरुषों सहित कुल सात ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग को भी इस मामले की जानकारी दी गई लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने गांव में आकर पूछ-ताछ से आलावा कुछ नहीं किया जबकि गांव में सात ग्रामीणों की मौत से दहशत व्याप्त है।1- बेगवती पत्नी करेश उम्र 65 वर्ष बाल्मीकि।
2- पाल्ली पत्नी ओमप्रकाश उम्र 60, 63 हरिजन।
3 – सरवरी पत्नी अय्यूब उम्र 68 वर्ष
4- शहजादी पत्नी शहजाद उम्र 30 वर्ष।
5- युनुस की पत्नी नाम नामालूम उम्र 70 वर्ष।
6- सईद उर्फ़ ढोल्लु पुत्र फक्कड़ उम्र 70 वर्ष ।
7 – जिशान पुत्र अय्यूब उम्र 48 वर्ष हैं।