यूपी की इस बड़ी मीट एक्सपोर्ट फैक्ट्री को किया जाएगा बंद बता दें कि चोरी की इस प्लॉनिंग की शुरुवात 12 फरवरी 2018 को शामली शहर में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक एटीएम में लगी दो कैश कैसिट खराब हो गयी थी। इस संबंध में बैंक द्वारा मेरठ स्थित एनसीआर कंपनी को इसकी शिकायत की गई थी। इसके बाद 3 मार्च 2018 को बैंक कर्मचारी राजीव कुमार व धर्मेन्द्र गिरी द्वारा एटीएम में 28 लाख रुपए डाले गए थे। पैसे डाले जाने की ताक में बैठा मास्टरमाइंड सतर्क हो गया। एटीएम में पैसे डाले जाने के अगले दिन एक युवक हेलमेट लगाए बाइक पर सवार होकर एटीएम पर आया और खुद को सर्विस इंजीनियर बताते हुए एटीएम में दाखिल हो गया और एटीएम में रखे 18 लाख 37 हजार रुपए बैग में भरकर बड़े ही शातिराना तरीके से मौके से फरार हो गया। हालांकि चोरी की यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।
सगाई के बाद रिश्ता टूटने पर हुई पंचायत में लड़की के पिता की हत्या!, जानिये फिर क्या हुआ बता दें कि एटीएम से चोरी का पता उस समय लगा जब एटीएम का कैश खत्म हो गया और बैंक खुलने पर उसकी शिकायत मैनेजर से की गई। मैनेजर ने जब चेक किया तो मशीन से सारा कैश गायब था, जिसकी शिकायत बैंक मैनेजर ने पुलिस से की और सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी चोर की तलाश शुरू कर दी थी। घटना के 6 माह बीत जाने के बाद शामली जनपद की बाबरी पुलिस ने एटीएम चोर चेतन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए चोर से जब वारदात के बारे में पूछा तो जो कुछ आरोपी चेतन ने बताया वह हैरान कर देने वाला था। चोर ने बताया कि इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड इसी बैंक की दूसरी शाखा बनतीखेड़ा गांव का मैनेजर रोबिन बंसल है। आरोपी ने बताया कि रोबिन बंसल ने ही उसे चार दिन तक एटीएम से चोरी करने की ट्रेनिंग दी थी और एटीएम से चोरी करने की एवज में 50 हजार रुपए भी दिए थे। आरोपी के पकड़े जाने के बाद से ही बैंक मैनेजर फरार हो गया है। फिलहाल पुलिस ने चोर को जेल भेज दिया है और चोरी की इस वारदात में संलिप्त बैंक मैनेजर रोबिन बंसल की तलाश शुरू कर दी है।