हापुड़ लिंचिंग के शिकार समीउद्दीन पहुंचे सुप्रीम, आरोपियों की जमानत रद्द देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। भीड़ खुद इंसाफ करने के लिए लोगों को मौत के घाट उतार रही है। दरअसल, ताजा मामला छपार थाना क्षेत्र के गांव बिजोपुरा का है। जहां ग्रामीणों की भीड़ ने एक युवक पर अपने साथियों के साथ किसान विकास की ट्यूबवेल पर चोरी करने का आरोप लगाते हुए मौत के घाट उतार दिया है। जबकि उसके दो अन्य साथी ग्रामीणों के चंगुल से छूटकर भागने में कामयाब हो गए हैं।
मेरठ में जातीय संघर्षः सबकुछ ठीक चल रहा था, सिर्फ इस ‘शब्द’ ने करा दिया उल्देपुर में बवाल ग्रामीणों के अनुसार किसान विकास अपने खेत पर पानी चला रहा था। इसी बीच उसे अपनी ट्यूबवेल पर कुछ लोग चोरी करते हुए दिखाई दिए। विकास ने चोरी का विरोध किया तो बदमाशों ने उसकी पिटाई कर दी। विकास किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर गांव पहुंचा और खेत पर बदमाश होने की बात अन्य ग्रामीणों को बता दी। बदमाशों की सूचना मिलते ही पूरा गांव खेत की और दौड़ पड़ा। जहां एक युवक ग्रामीणों के कब्जे में आ गया, जबकि उसके 2 साथी भागने में कामयाब हो गए।
8 लाख के इस विदेशी हथियार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किए 2 बदमाश, मची खलबली इसके बाद गुस्साए युवक पर टूट पड़े और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस आनन-फानन में मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अभी तक मृतक युवक की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस युवक की शिनाख्त के साथ जांच में जुट गई है। एसएसपी अनंत देव तिवारी ने खुद मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का जायजा लिया है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि घटनास्थल थाने से मात्र 3 किलोमीटर दूर है। जबकि सूचना के घंटों बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। हालांकि एसएसपी ने जांच के बाद ही घटना के खुलासे की बात कही है।