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दरअसल, सदर तहसील के गांव जालेहड़ा निवासी एक शख्स ने विरासत नाम कराने के लिए सदर तहसील में तैनात पटवारी संजीव त्यागी के पास गए, जहां पटवारी ने उससे रिश्वत मांगी। इसके बाद पीड़ित शख्स ने पटवारी को 500 रुपये की रिश्वत दे दी और साथ ही इस पूरी घटना का उसने कैमरे में कैद कर लिया। पीड़ित ने घटना की वीडियो एसडीएम को भेज दिया और इसके साथ उसने वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया। अब वीडियो के वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसडीएम को सौंप दी। हालांकि, इस वीडियो 3 महीने पहले का बताया जा रहा है।
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एसडीएम प्रशासन अमित कुमार के मुताबिक संजीव कुमार तेजालेहड़ा के निवासी है। उन्होंने हमें एक वीडियो भेजा था। उस में जो शख्स रिश्वत लेता दिख रहा है वह लेखपाल संजीव त्यागी है। उन्होंने 3 महीने पहले उनको विरासत बनाने के लिए कहा था, इस पर पटवारी ने पैसे की डिमांड की थी और उनको पैसे दिए भी। क्योकि वीडियो में लेखपाल दिख रहा है, लेकिन कोई और व्यक्ति नही दिख रहा है। उस वीडियो को एसडीएम के पास भेजा गया है और उस वादी से हमने जांच के लिए खतौनी की कॉपी मंगाई है। क्योंकि शासनादेश में 40 दिन में विरासत की कार्रवाई हो जानी चाहिए। वो खतौनी आये उस पर अगर कोई कार्रवाई नही हुई है, तो हम उसे एसडीएम को कार्रवाई के लिए भेजेंगे ।