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इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की ओर से नवनियुक्त दोनों मंत्रियों के स्वागत में सभी कार्यक्रम निरस्त करने की घोषणा के बावजूद मुजफ्फरनगर में दर्जनों स्थानों पर दोनों मंत्रियों का जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों मंत्री शिव चौक पर पहुंचे। वहां भी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उनके साथ भाजपा के जिलाध्यक्ष से लेकर जनपद के ज्यादातर पदाधिकारी और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के अलावा बुढाना से विधायक उमेश मलिक सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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दरअसल, जनपद मुजफ्फरनगर की शहर सीट से विधायक कपिल देव अग्रवाल को प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और चरथावल विधानसभा क्षेत्र के विधायक विजय कश्यप को राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया है। मंत्री बनने के बाद दोनों विधायक शनिवार को पहली बार गृह जनपद मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। दोनों मंत्रियों के स्वागत के लिए मुजफ्फरनगर में अनेक स्थानों पर स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था। जनपद से बड़ी संख्या में भाजपा नेता तथा कार्यकर्ता दोनों मंत्रियों का स्वागत करने के लिए मेरठ के सर्किट हाउस पर पहुंच गए थे। इसके बाद सर्किट हाउस से दोनों मंत्रियों का काफिला मुजफ्फरनगर के लिए चला। उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान, विधायक उमेश मलिक, विधायक प्रमोद ऊंटवाल सहित भाजपा के अनेक बड़े नेता भी मौजूद थे।
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इस दौरान अनेक जगह पर स्वागत समारोह संपन्न होने के बाद, जब यह काफिला खतौली पहुंचा तभी अचानक केंद्रीय पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन की खबर आई। अरुण जेटली के निधन का समाचार पाते ही भाजपा नेताओं तथा कार्यकर्ताओं में शोक व्याप्त हो गया। शोक की स्थिति से दोनों मंत्रियों के जनपद में आयोजित स्वागत समारोहों को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बन गई। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने आगे के सभी कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा कर दी। मगर उसके बावजूद भी जनपद में दोनों मंत्रियों का स्वागत होता रहा। इसे देखकर कहा जा सकता है कि मुजफ्फरनगर में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के दिलों में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन का दुख कम और मुजफ्फरनगर के 2 विधायकों को मंत्री बनाए जाने के बाद मुजफ्फरनगर पहुंचने की खुशी ज्यादा थी।