बता दें कि मुजफ्फरनगर में भी पिछले 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसमें हिंसा आगजनी तोड़फोड़ और पथराव जैसे हालात बने थे। इसके बाद फिर मंगलवार की शाम उस समय हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई। जब जिले के बुढ़ाना कस्बे में बहुजन क्रांति मोर्चा ने दीवारों पर पोस्टर चिपका दिए गए, जिसमें सीएए, एनआरसी और ईवीएम के विरोध में 29 जनवरी को भारत बंद का आह्वान किया गया। इसके साथ ही पोस्टर में डीएनए के आधार पर एनआरसी लागू करने की भी मांग की गई। जैसे ही बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा भारत बंद के पोस्टर बुढ़ाना के अलावा चरथावल थाना क्षेत्र के कई गांव में लगने शुरू हो गए तो जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।
इसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और देर शाम से ही रातभर पुलिस ने तमाम पोस्टर हटवा दिए। हालांकि दिन निकलने के बाद बुधवार को जिलेभर में कहीं भी भारत बंद का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। वहीं सुबह सब्जी मंडी भी संप्रदाय विशेष की ज्यादातर दुकानें भी रोज की तरह ही खुल गई हैं। इसके साथ ही अन्य दुकानें भी रोजाना की तरह खुल रही हैं। मुजफ्फरनगर में बंद का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है।