दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने पटाखों की बिक्री और पटाखे चलाने पर रोक लगाई थी लेकिन रोक के बावजूद दिवाली में यहां जमकर आतिशबाजी हुई। आतिशबाजी का असर अब पर्यावरण में दिखाई दे रहा है। मेरठ गाजियाबाद, नोएडा समेत मुजफ्फरनगर तक हवा में प्रदूषण हो गया है। आतिशबाजी से हुए इस प्रदूषण से निपटने के लिए मुजफ्फरनगर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एंटी स्मॉग गन तैयार की है। अब इस एन्टी स्मॉग गन को शहर के प्रमुख चौराहों पर चलाया जाएगा। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी अंकित सिंह का दावा है कि इस गन से वायु को शुद्ध किया जाएगा।
आतिशबाजी से मुजफ्फरनगर में हालात काफी चिंताजनक बने हैं और यहां पर पीएम का स्तर 262 प्रति घन मीटर तक पहुंच गया है। इसी स्थिति को देखते हुए यह एंटी स्मॉग बनाई गई है। इस इस गन को शहर के प्रमुख चौराहों पर और उन स्थानों पर चलाया जाएगा जहां पर अधिक भीड़ रहती है, अधिक चहल-पहल रहती है। उन्होंने बताया कि यह एन्टी स्मॉग गन एक तरह से वायु को साफ करती है और वायु में प्रदूषण को कम करती है।