मिली जानकारी के मुताबिक, जंगली हाथियों के इस झुंड में 23 हाथी है। जो राज्य के गढ़चिरौली जिले से भटककर गोंदिया आ गए है। वैसे तो जंगली हाथियों का यह झुंड ओडिशा से आया हुआ बताया जा रहा है। झुंड ने अब तक अनगिनत खेतों में जाकर फसलों को नष्ट कर दिया है. और यह सिलसिला लगातार जारी है। हालांकि वन अधिकारी 23 हाथियों के इस झुंड की आवाजाही पर नजर बनाये हुए हैं।
सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) दादा राउत ने रविवार को बताया कि ओडिशा से चला यह झुंड छत्तीसगढ़ को पार करके गढ़चिरौली के रास्ते गोंदिया पहुंचा है। ये हाथी रात में घूमते हैं और दिन में आराम करते हैं। उन्होंने कहा, आमतौर पर जंगली हाथी गोंदिया नहीं आते हैं, लेकिन पिछले साल, एक छोटा झुंड महागांव के आसपास आया था और बाद में वडसा रेंज में लौट गया था। लेकिन यह अभी नहीं लौट रहे है।
एसीएफ ने बताया कि वन कर्मी झुंड की आवाजाही पर नजर रख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह मानव बस्तियों से दूर रहे। अधिकारी ने बताया कि वन विभाग की टीम नियमानुसार मुआवजा दिलाने के लिए जंगली जानवरों से हुए नुकसान का भी आकलन कर रही है।
जंगली हाथियों से उपजे हालत को नियंत्रण में रखने के लिए अर्जुनी मोरगांव, नवेगांव और गोथनगांव की वन विभाग की टीमें मुस्तैद है। इसमें त्वरित प्रतिक्रिया टीम भी शामिल है। वहीँ, जंगली हाथियों से उत्पन्न स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अर्जुनी मोरगांव, नवेगांव और गोथनगांव की वन विभाग की टीम तैयार है। इसमें त्वरित प्रतिक्रिया टीम भी शामिल है।