मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब माफिया अतीक के 19 वर्षीय बेटे असद के एनकाउंटर पर सवाल पूछा गया तो राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, “मुंबई में सबसे ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं, उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट का खिताब दिया गया था, लेकिन लगभग सभी जेल गए… मुंबई में कुछ लोग ऐसे एनकाउंटर के खिलाफ सबूत लेकर कोर्ट गए और फिर जांच के बाद कई एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को जेल हुई।”
संजय राउत ने कहा, “इस देश में कानून है, न्यायपालिका है.. आतंकवादी हो तो उसका एनकाउंटर होना चाहिए. बहुत बड़ा माफिया है उससे समाज को खतरा है तो इस प्रक्रार से एनकाउंटर होते रहते है.. अगर लोगों ने कुछ सवाल खड़े किये है तो मुझे लगता है कि मुंबई में कुछ लोग ऐसे एनकाउंटर के खिलाफ कोर्ट गए थे और कोर्ट ने हस्तछेप किया और इन्क्वायरी कमीशन बैठाया था। बाद में लगभग सभी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जेल में गए या आज भी उनमें से बहुत से जेल में बंद है।”
मालूम हो कि पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड में शूटर असद को यूपी पुलिस ने झांसी में एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। इसके साथ ही शूटर मोहम्मद गुलाम भी मारा गया। झांसी में यूपी एसटीएफ की टीम ने गुरुवार को पांच-पांच लाख के इनामी असद और मोहम्मद गुलाम को मार गिराया। दोनों के पास से पुलिस को विदेशी हथियार मिला है। उमेश पाल की हत्या के बाद से दोनो आरोपी फरार थे।