मामले की गंभीरता को देखते हुए फायर ब्रिगेड ने तुरंत मुंबई पुलिस को इसकी सूचना दी। तुरंत पुलिस और बम स्क्वाड की टीम ताज होटल पहुंची और होटल परिसर की तलाशी ली। घंटेभर चले अभियान में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद मुंबई पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस को आरोपी की लोकेशन दिल्ली में मिली। जहाँ से उसे दबोच लिया गया।
आरोपी का नाम धर्मपाल सिंह (36 वर्ष) बताया जा रहा है। वह नई दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके का रहने वाला है। बम के बारे में एक गुमनाम कॉल मिलने के बाद पुलिस ने कॉल करने वाले के नंबर की जांच की। पता चला कि फायर ब्रिगेड कंट्रोल को कॉल करने से पहले उसने मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को 28 बार कॉल किया था।
मुंबई की कोलाबा पुलिस ने सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506(2) के तहत मामला दर्ज किया है. हालांकि, पुलिस अभी भी जांच कर रही है कि 36 वर्षीय आरोपी ने बम विस्फोट की झूठी कॉल क्यों की।
मालूम हो कि बार-बार बम की अफवाह वाले फोन कॉल से मुंबई पुलिस परेशान है। हर बार ऐसी सूचना मिलने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर आ जाती है। पुलिस टीम मौके पर भेजी जाती है, लेकिन कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिलने पर फोन को फर्जी मान लिया जाता है। अब तक कई मामलों में झूठी जानकारी देने वालों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है।
मालूम हो कि मुंबई पुलिस बार-बार बम की अफवाह वाले फोन कॉल से परेशान है। हर बार ऐसी सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमा अलर्ट मोड पर आ जाती है। दलबल के साथ पुलिस मौके पर पहुंचती है, लेकिन कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिलने पर कॉल को फर्जी घोषित किया जाता है। अब तक कई मामलों में झूठी जानकारी देने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।