महाविकास अघाड़ी सरकार में भी संजय राठोड़ वन मंत्री थे। इस दौरान टिक टॉक स्टार पूजा चव्हाण की मौत के बाद काफी हंगामा हुआ था। तब संजय राठोड़ के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ था। इसको लेकर विधानसभा में देवेंद्र फडणवीस ने संजय राठोड़ के इस्तीफे की मांग की थी। जिसके बाद संजय राठोड़ को मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था। संजय राठोड़ के इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी नेता चित्रा वाघ भी काफी निर्लज्ज थी। लेकिन सीएम एकनाथ शिंदे के करीबी संजय राठोड़ को शिंदे कैबिनेट में जगह मिल गई है। उन्होंने एक बार फिर मंत्री पद का शपथ ली है।
चित्रा वाघ ने उठाई आवाज़: बता दें कि शिंदे कैबिनेट में संजय राठौड़ शामिल करने पर बीजेपी नेता चित्रा वाघ ने नाराजगी व्यक्त की है। संजय राठौड़ के शपथ लेने के तुरंत बाद चित्रा वाघ ने ट्वीट कर कहा “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूजा चव्हाण की मौत का कारण बने पूर्व मंत्री संजय राठौड़ को फिर से मंत्री का पद दिया गया है। मैंने संजय राठौड़ के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखी है, भले ही वह फिर से मंत्री बन गए हैं मैं न्याय के देवता में विश्वास करता हूं हम लड़ेंगे…. और जितेंगे।
संजय राठोड़ को मंत्री बनाने पर देवेंद्र फडणवीस कैसे मान गए? इस पर विपक्ष, खास कर उद्धव गुट की शिवसेना अब सवाल खड़े कर रही है। मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा है कि बीजेपी क्या वाशिंग मशीन है जिसमें डालते ही सारे दाग धुल जाते हैं और जिनका इस्तीफा मांगा जाता है उनको ही फिर से मंत्री बना दिया जाता है? इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में विपक्ष की तरफ से विधानसभा में विपक्षी नेता अजित पवार ही अकेले उपस्थित रहे।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है वीडियो: चित्रा वाघ को छोड़ दें तो बीजेपी की तरफ से इस पर यही प्रतिक्रिया दी जा रही है कि संजय राठोड़ को अब क्लीन चिट मिल चुकी है। इसलिए इस विवाद को उठाने का अब कोई मतलब नहीं है। दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता किरीट सोमैया और देवेंद्र फडणवीस के पुराने वीडियो वायरल हो रहे है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में आज एकनाथ शिंदे की कैबिनेट का विस्तार हुआ। 18 विधायकों ने राजभवन में मंत्रिपद की शपथ ली। इनमें 9 मंत्री बीजेपी और 9 मंत्री एकनाथ शिंदे गुट के हैं। महाराष्ट्र में सत्ता पलटने के बाद 30 जून को एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। हालांकि, सरकार गठन के 40 दिन बाद यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार है।