बीजेपी पर शिवसेना को तोड़ने और अब बालासाहेब के नाम पर वोट मांगने के लिए शिवसेना ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस पर जमकर हमला बोला है। मंगलवार को शिवसेना ने कहा कि राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के “सपने” को पूरा करने के लिए काम करने का दावा मुंबई में मराठी एकता को खत्म करने की साजिश है। इसकी सबसे बड़ी वजह आगामी निकाय चुनाव है।
बता दें कि इस साल जून में शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों ने पार्टी में बगावत कर दिया था, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। उद्धव की सरकार गिरने के बाद एकनाथ शिंदे ने 30 जून को सीएम पद की शपथ ली और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। संपादकीय में कहा गया है कि बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस जैसे नेता अब “बालासाहेब के सपने” को गले लगा रहे हैं, लेकिन 2014 में पार्टी से नाता तोड़ते समय उनको बालासाहेब ठाकरे की याद नहीं आई। फडणवीस के शब्द लोमड़ी के धोखेबाज निमंत्रण के समान हैं और मुंबई और ठाणे के नागरिकों को सतर्क रहने की जरुरत है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में दावा किया है कि बीजेपी द्वारा उपयोग की जाने वाली ‘ड्रीम ऑफ बालासाहेब’ की भाषा और कुछ नहीं सिर्फ मुंबई में मराठी एकता को खत्म करने की एक साजिश है और इसके लिए फडणवीस शिवसेना को चोट पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जो लोग अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी को भूल गए, क्या वे बालासाहेब के सपनों को पूरा करेंगे? आज की बीजेपी “असली बीजेपी नहीं” है।