महाराष्ट्र में 7000 हजार रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल, सरकारी अस्पतालों में ओपीडी-आईपीडी सेवाएं ठप
बिजली कंपनियों के निजीकरण का विरोध
महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (महावितरण), महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (महापारेषण) और महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन कंपनी लिमिटेड (महानिर्मिती) राज्य के स्वामित्व वाली बिजली कंपनियां हैं।
86000 कर्मचारी हड़ताल में होंगे शामिल
उन्होंने कहा कि इन कंपनियों के कर्मचारी पिछले दो-तीन सप्ताह से आंदोलन कर रहे हैं, जबकि सोमवार को 15 हजार कर्मचारियों ने ठाणे कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। भोईर ने कहा, “तीन बिजली कंपनियों के लगभग 86,000 कर्मचारी, अधिकारी और इंजीनियर, 42 हजार संविदा कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड निजीकरण के विरोध में बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल पर जाएंगे।”
आम आदमी पार्टी ने लगाये बड़े आरोप
बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार पर राज्य द्वारा संचालित बिजली वितरण कंपनी महावितरण (Mahavitaran) को अडानी समूह (Adani Group) को सौंपने की साजिश रचने का आरोप लगाया। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने मुंबई, ठाणे, नासिक, रायगढ़ और राज्य के अन्य जिलों में सरकारी बिजली कंपनियों के कर्मचारियों के प्रस्तावित हड़ताल का संमर्थन किया है।