महाराष्ट्र सरकार ने जालना हादसे में मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही इस हादसे में घायल हुए लोगों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जालना के कलेक्टर से हादसे की जानकारी ली। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना तब घटी जब वारकरी (भगवान विट्ठल के भक्त) पंढरपुर से अपने घर लौट रहे थे।
बताया जा रहा है कि जालना से राजूर जाते समय तुपेवाडी के पास सामने से एक दुपहिया वाहन आने पर जीप का चालक नियंत्रण खो बैठा और जीप सीधे कुएं में जा गिरी। यह हादसा गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे राजुर रोड पर हुआ। जीप में चालक सहित 15 लोग सवार थे।
जीप में सवार लोग मंदिर नगरी पंढरपुर की तीर्थयात्रा से लौट रहे थे। अधिकारी ने बताया कि अपने गांव जाते समय तुपेवाडी के पास चालक ने जीप से नियंत्रण खो दिया और जीप सड़क किनारे कुएं में जा गिरी।
मृतकों की पहचान नारायण निहाल (45), प्रहलाद (65), प्रहलाद महाजन (65), नंदा तायडे (35), चंद्रभागा घुगे के रूप में हुई है, जो बदनापुर तहसील के चानेगांव के निवासी हैं। जबकि मृतक मालुसरे और रंजना कांबले (35) भोकरदन की रहने वाली थीं। क्रेन की मदद से शवों को कार से बाहर निकाला गया। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में चालक बच गया है।