Maharashtra: मराठवाडा में बेमौसम बारिश का कहर, बिजली गिरने से 4 की मौत, 54 जानवर भी मरे
टीन शेड के नीचे थे 45 लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश की वजह से कई लोग मंदिर परिसर में टीन शेड के नीचे रुक गए। जिस वजह से वहां करीब 45 लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस के मुताबिक, 35 से 40 लोग शेड के नीचे दब गए जबकि सात की मौत हो गई। प्रशासन को घटना के बारे में जैसे ही जानकारी मिली, तत्काल बचाव कार्य के लिए आपातकालीन टीम को मौके पर भेजा गया। भारी-भरकम पेड़ के तने और ढहे हुए शेड को उठाने के लिए जेसीबी मशीनें मंगवाई गईं।
सरकार ने दिए जांच के आदेश
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने हादसे पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने घोषणा की कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार मारे गए लोगों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक तुरंत घटनास्थल पर गए और पीड़ितों का तत्काल इलाज सुनिश्चित कर रहे हैं। हम लगातार उनके संपर्क में हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस कहा, सरकार मृतक के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी और घायलों का मुफ्त इलाज होगा। मैंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
30-40 लोग हुए घायल
अकोला की कलेक्टर नीमा अरोड़ा ने कहा, शाम (रविवार) में बारिश के कारण अकोला ज़िले के पारस गांव में टीन के शेड पर एक पुराना पेड़ गिरने से 7 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि 30-40 लोग घायल हो गए। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों में से पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है।