मुंबई में हजारों की संख्या में छोटे-बड़े सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल हैं। यहां स्थापित होने वाली गणेश मूर्ति के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती हैं। बप्पा के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों में वैक्सीनेशन से लेकर बीमारियों के प्रति जनजागृति करने की तैयारी बीएमसी स्वास्थ्य विभाग ने की है। बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने बताया कि मुंबई में स्वाइन फ्लू और लेप्टोस्पायरोसिस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
मंगला गोमारे ने आगे बताया कि मुंबईकरों को डेंगी और मलेरिया से भी बचाने के लिए वॉर्ड स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन, गणेशोत्सव में बड़ी संख्या में लोग बप्पा के दर्शन के लिए पंडालों में आते हैं, इसलिए इन पंडालों में प्रदर्शनी के जरिए अलग-अलग बीमारियों के प्रति जागरूक किया जा सकता है। गणेश पंडालों में पोस्टर्स, बैनर्स आदि के जरिए बीमारियों से बचने के उपाय बताए जाएंगे। इतना ही नहीं, कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन कितनी कारगर है, यह भी गणेश भक्तों को प्रदर्शनी के जरिए समझाया जाएगा। जिन लोगों ने वैक्सीन का बूस्टर डोज नहीं लिया है, उनसे अपील की जाएगी।
बता दें कि गणेश उत्सव के दौरान यदि कोई घटना होती है, तो बीएमसी हॉस्पिटल इलाज के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। पेरिफेरल हॉस्पिटल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के निर्देशानुसार, सभी उपनगरीय हॉस्पिटलों ने गणेशोत्सव के दौरान किसी भी आपात स्थिति के लिए 2 से 5 बेड आरक्षित किए हैं और किसी भी आपात स्थिति में डॉक्टरों को स्टैंडबाय पर रहने के लिए भी कहा है।
डॉक्टरों की इमर्जेंसी टीम तैयार: वहीं, बीएमसी उपनगरीय हॉस्पिटलों की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ विद्या ठाकुर ने कहा कि गणेश उत्सव में अक्सर विसर्जन के समय लोगों के घायल होने और डूबने के मामले सामने आते हैं। चौपाटियो पर जेली फिश के डंक मारने की एक आम समस्या है। हमने सभी हॉस्पिटलों में डॉक्टरों की इमर्जेंसी टीम तैयार कर दी है। बीएमसी के हॉस्पिटलों को मरीजों की जानकारी सीएमएस कार्यालय को देनी होगी, जबकि बीएमसी के प्रमुख अस्पताल और मेडिकल कॉलेज केईएम, सायन, नायर और कूपर भी अलर्ट मोड पर हैं।