मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उद्धव ठाकरे समूह ने चुनाव चिन्ह के लिए तीन विकल्प चुने हैं। ठाकरे गुट त्रिशूल, उगता सूरज और मशाल को आगामी अंधेरी पूर्व उपचुनाव में अपना निशान बनाना चाहता है। सूत्रों के मुताबिक इसमें से उगते सूरज और त्रिशूल के प्रतीकों पर शिंदे गुट ने भी दावा किया है। मुंबई के अंधेरी उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर है।
खबर है कि केवल चिन्ह ही नहीं बल्कि शिंदे गुट और ठाकरे गुट के बीच नाम को लेकर भी टकराव हो रहा रहा। दोनों गुटों अपना अस्थाई नाम ‘शिवसेना- बालासाहेब ठाकरे’ रखना चाहते है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्रीय चुनाव आयोग किसको कौन सा चुनाव चिह्न व नाम देता है।
गौरतलब हो कि शिवसेना में फूट के बाद उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट ने पार्टी के निशान ‘धनुष और बाण’ और पार्टी पर दावा किया है। इसके चलते शनिवार को चुनाव आयोग ने शिवसेना के चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया और शिवसेना के नाम के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी। इसके बाद अब दोनों गुटों को अलग-अलग वैकल्पिक नाम व निशान का उपयोग करना होगा। जिसका आवंटन निर्वाचन आयोग द्वारा किया जायेगा। इस संबंध में आयोग ने शिवसेना के दोनों धड़ों से उनकी पसंद का नाम और चुनाव चिह्न का विकल्प बताने के लिए कहा था।