ज्ञात हो कि यह पूरा मामला इसी साल के 29 मार्च का है जब पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर मुंबई के गोवंडी इलाके में रेड मारी थी और वहां से समीउल्ला खान नामक एक ड्रग्स पेडलर को धरदबोचा था। जिसके पास से ढाई सौ ग्राम ड्रग्स पुलिस ने जब्त की थी। इसकी कीमत 36 लाख 50 हजार रुपए थी। इस आरोपी की सुचना के आधार पर पुलिस ने दूसरे आरोपी अयूब शेख को अरेस्ट किया था।
पुलिस ने इस आरोपी के पास से ढाई किलो ड्रग्स बरामद किया था। इस ड्रग्स की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में चार करोड़ थी। इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दो मिडल मैन को भी पकड़ा था। जिसमें एक महिला और एक पुरुष का समावेश था। महिला का नाम रेशमा चंदन और पुरुष का नाम रियाज मेमन है।
वहीं इस मामले में चार आरोपियों को अरेस्ट करने के बाद पुलिस ने जांच का दायर बढाया और इस पूरे रैकेट के मास्टरमाइंड को ही अरेस्ट कर लिया। यह आरोपी नंबर पांच है। इसका नाम प्रेमशंकर सिंह है। सिंह पूरे ड्रग्स को बनवाया करता था। पुलिस ने उसके गोडाउन में छापा मारकर 701 किलो ड्रग्स जब्त किया है। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 1403 करोड़ रुपए बताई गई।
इस मामले में अगली गिरफ्तारी किरण पवार के रूप में हुई जो कि आरोपी नंबर छह है। वह अंबरनाथ में एक फैक्ट्री का मैनेजर है। जिसके पास से 450 ग्राम ड्रग्स बरामद हुई है। इसकी कीमत 90 लाख रुपये थी। पुलिस ने अब तक 1218 किलो ड्रग्स बरामद किया है। इस ड्रग्स की कीमत 2,435 करोड़ है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप कहां से आती थी।