जानकारी के मुताबिक, वधावन बंधुओं पर 17 बैंकों को कर्ज के नाम पर 34,615 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। इस हजारों करोड़ों रुपये के बैंक कर्ज घोटाले के सिलसिले में वधावन बंधु काफी समय से जेल में है। इस बीच, एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कपिल वधावन और धीरज वधावन इलाज के नाम पर अस्पताल परिसर में लोगों से मिलते और मनपसंद स्नैक्स खाते दिख रहे है। वह प्राइवेट कार में परिवार के लोगों से भी मिलते है।
आरोप है कि वधावन बंधुओं को मुंबई में अस्पतालों में मेडिकल जांच के दौरान विशेष सुविधाएं दी गयी। दिलचस्प बात यह है कि इस दौरान पुलिसकर्मी भी मौजूद होते है। वधावन बंधु अभी न्यायिक हिरासत में है और मुंबई के पड़ोसी नवी मुंबई शहर की तलोजा जेल में बंद हैं।
हाल ही में एक न्यूज़ चैनल ने वधावन बंधुओं के न्यायिक हिरासत में रहते हुए मुंबई के सरकारी अस्पताल में मेडिकल जांच की आड़ में कई तरह की खास सुविधाएं लेते हुए वीडियो क्लिप प्रसारित किया था। जिससे बवाल खड़ा हो गया था।
दोनों आरोपियों को तलोजा जेल से अस्पतालों तक नवी मुंबई पुलिस का एक दल लेकर जाता था। समीक्षा के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पाया कि वधावन बंधुओं को लेकर जाने वाले पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी में लापरवाही बरती है। इसलिए एक उपनिरीक्षक व छह कांस्टेबल निलंबित कर दिए गए हैं।
एक स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने पिछले महीने डीएचएफएल के प्रोमोटर धीरज वधावन को मेडिकल आधार पर जमानत देने से इनकार कर दिया था। उन्हें यस बैंक में कथित धोखाधड़ी से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है।बहरहाल, कोर्ट ने उन्हें दिल से जुड़ी बीमारी के लिए एक निजी अस्पताल में इलाज कराने की अनुमति दे दी थी। हालाँकि कोर्ट ने कारोबारी से कहा था कि वह लंबे समय तक अस्पताल में न रहें और उन्हें अस्पताल लाने ले जाने वाले जेल कर्मियों का खर्च वहन करना पड़ेगा।