प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को दिल्ली स्थित सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गए और भगवान गणेश की पूजा अर्चना की। इसकी आलोचना करते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, “संविधान के घर को आग लगी घर के चिराग से। ईवीएम को क्लीन चिट…पश्चिम बंगाल बलात्कार मामले में स्वतः संज्ञान लेकिन महाराष्ट्र रेप कांड का जिक्र नहीं… क्रोनोलॉजी समझ लीजिए।”
संजय राउत ने पूछा- क्या शिवसेना मामले में न्याय मिलेगा?
गुरुवार को मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, “गणपति उत्सव चल रहा है, लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि पीएम मोदी अब तक कितने घरों में गए… लेकिन प्रधानमंत्री सीजेआई के घर गए और उन्होंने मिलकर गणेश जी की आरती की… यदि संविधान का संरक्षक राजनेताओं से मिलता है, तो यह लोगों के मन में निष्पक्षता को लेकर संदेह पैदा करता है। शिवसेना महाराष्ट्र का हमारा मामला, जिसकी सुनवाई सीजेआई चंद्रचूड़ के समक्ष चल रही है.. इस मुलाकात से हमें संदेह है कि क्या हमें न्याय मिलेगा.. क्योंकि पीएम मोदी इस मामले में दूसरे पक्ष के साथ हैं।” उद्धव गुट के नेता ने आगे कहा, “हमारे मामले में दूसरी पार्टी केंद्र सरकार है… इसलिए मुख्य न्यायाधीश को इस मामले से खुद को दूर कर लेना चाहिए क्योंकि मामले में दूसरी पार्टी के साथ उनके संबंध खुले तौर पर दिखाई दे रहे हैं। क्या ऐसे में सीजेआई चंद्रचूड़ हमें न्याय दे पाएंगे? हमें तारीख पर तारीख मिल रही है और एक अवैध सरकार चल रही है…शिवसेना और एनसीपी इसी तरह टूट गई…हमें न्याय नहीं मिल रहा है… पीएम मोदी महाराष्ट्र की अवैध सरकार में बहुत रुचि ले रहे हैं, उन्हें बचा रहे है। जिस सीजेआई को हमें न्याय देना हैं, उनके साथ पीएम मोदी का ऐसा रिश्ता है, इसलिए महाराष्ट्र की जनता के मन में संदेह पैदा हुआ है।”
सीजेआई चंद्रचूड़ ने अपने आवास पर भगवान गणपति की मूर्ति स्थापित की है। सीजेआई ने अपनी पत्नी कल्पना दास के साथ अपने आवास पर पीएम का स्वागत किया। फिर पीएम मोदी ने गणपति बप्पा की आरती की। बता दें कि शिवसेना में फूट से जुड़े मामलों की सुनवाई सीजेआई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ कर रही है।