दिल्ली स्थित गिरोह भारतीय सेना की नकली नई लड़ाकू वर्दी बनाकर खुले बाजार में बेच रही थी। इसकी भनक जब मिलिट्री इंटेलिजेंस को लगी तो उन्होंने जांच शुरू की। इस बीच मिलिट्री इंटेलिजेंस के इनपुट पर महाराष्ट्र पुलिस ने शुक्रवार को वर्दी ले जा रहे कार को पकड़ लिया और गिरोह का पर्दाफाश किया।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि गिरोह का सरगना दिल्ली और राजस्थान से जुड़ा हुआ है। संदिग्ध से पूछताछ चल रही है। दक्षिणी कमान (पुणे) के मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा दिए गए खास इनपुट के आधार पर शुक्रवार को अहमदनगर की भिंगार पुलिस ने सुरेश खत्री को गिरफ्तार किया। नासिक के आनंद नगर के निवासी खत्री के पास से सेना की नए पैटर्न की 40 नकली लड़ाकू वर्दी मिली। उसे अहमदनगर के कैंट परिसर से गिरफ्तार किया गया।
अब तक की जांच में पता चला कि आरोपी ने नासिक और अहमदनगर में नई डिजिटल पैटर्न कॉम्बैट यूनिफॉर्म की अवैध आपूर्ति की है। जांच में यह भी सामने आया कि लड़ाकू पैटर्न की वर्दी की अवैध बिक्री का बड़ा रैकेट सक्रीय है और सेना की लड़ाकू वर्दी को गैरकानूनी तरीके से खुले बाजार में बेच रहा है। आरोपी ने नई दिल्ली और राजस्थान के अन्य संदिग्धों के बारे में बताया है।
मालूम हो कि अहमदनगर के निकटवर्ती औरंगाबाद और पुणे जिले सेना के लिए बहुत महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थान हैं। इसलिए स्थानीय पुलिस को सतर्क कर दिया गया। दरअसल सेना की नकली वर्दी पहनकर सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसपैठ की जा सकती है।