वहीं हवा की बात की जाए तो उसमें प्रदूषण कम नहीं हो रहा है। दिवाली पर आतिशबाजी से अब घुटन शुरू हो गई है। शहरों की हवाओं में जहरीले रसायन व गैसों की मात्रा बढ़ने से बीमार व्यक्तियों को सावधानी बरतने की जरूरत है। ऐसे में कई शहरों का सर्वाधिक प्रदूषण है। हवाएं लोगों की आंखों में जलन पैदा कर रही हैं। हवा में कार्बन, पीएम 2.5 और पीएम 10 अधिक मात्रा में है। कई शहरों का एक्यूआई 300 के पार है। हवा की क्वालिटी बेहद खराब बताई जा रही है।
त्योहार पर लगातार चलाई गई आतिशबाजी से हवाओं में खतरनाक केमिकल, रंग घुल गए हैं। इससे आसमान में धुएं के बादल छाए हुए हैं। रात आठ बजे से 12 बजे तक तो स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है। आसमान भी ठीक से दिखना बंद हो जाता है। एक्सप्रेस-वे और हाइवे पर सड़कों पर दृश्यता भी काफी कम रहती है।
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बुजुर्ग और बच्चों को हो रही परेशानीशहरों की हवाएं लोगों को बीमार करने के लिए काफी हैं। लगभग सभी शहरों में हवाओं की गुणवत्ता 100 के पार जा रही है। इस तरह की खराब हवाएं बीमार, बुजुर्ग और बच्चों के लिए ठीक नहीं हैं।
बुद्धि विहार: AQI – 131 – अच्छी नहीं है
रोजगार कार्यालय: AQI – 138 – अच्छी नहीं है
जिगर कॉलोनी: AQI – 102 – अच्छी नहीं है
कांशीराम नगर: AQI – 160 – अच्छी नहीं है
ट्रांसपोर्ट नगर: AQI – 141 – अच्छी नहीं है