अब तक कोई संकेत नहीं मिले डब्ल्यूएचओ के आपदा प्रमुख डॉ. माइकेल रेयान के अनुसार 1918 के आए फ्लू की कोरोना से तुलना की जाए तो उसमें एक समानता है कि दोनों महामारी में तीन स्टेज हैं। दूसरी स्टेज को सबसे खतरनाक माना गया है। कोविड-19 का पैटर्न देखा जाए तो इसकी दूसरी स्टेज सबसे अधिक जानलेवा है। रेयान के अनुसार वैसे तो वायरस मौसम के हिसाब से अपनेआप कमजोर पड़ने लगता है, लेकिन कोरोना वायरस के मामले में इस तरह के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
कोरोना के मामलों में काफी इजाफा हुआ देश में इस समय कोरोना पीक की ओर जा रहा है। अगस्त माह में कोरोना के मामलों में काफी इजाफा हुआ है। शुक्रवार के आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 68 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और वहीं 983 लोगों की मौतें हुईं हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो पाएंगे कि देश में बीते 24 घंटे में 68,898 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें से 983 लोगों की मौत हुई है। अब तक देश में कोविड-19 (Covid-19) के कुल मामले की संख्या 29,05,824 हो चुके हैं। इनमें से 6,92,028 सक्रिय मामले हैं। अब तक 21,58,947 लोग ठीक हो चुके हैं। कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 54,849 तक पहुंच गई है।
देश में इस माह करीब 12 लाख से अधिक कोरोना के मामले दर्ज हो चुके हैं। ये बीते साल किसी भी माह से काफी अधिक है। इतना ही नहीं, दुनियाभर में भी ये आंकड़े सबसे अधिक है। अब तक किसी भी देश में अगस्त माह में इतने मामले सामने नहीं आए हैं। राज्य सरकारों से मिली जानकारियों के अनुसार 20 अगस्त तक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की तादात 12 लाख 7 हजार के करीब थी। वहीं गुरुवार को एक दिन में 70 हजार के करीब मामले दर्ज हुए हैं।