शांति समझौते की रूपरेखा तैयार
आपको बता दें कि खलीलजाद ने समझौते का दावा बीते हफ्ते छह दिनों तक तालिबान के साथ कतर में हुई बातचीत के बाद किया है। उन्होंने वहां विद्रोहियों से ये भी आग्रह किया था कि वे अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी वाली सरकार के साथ सीधी बातचीत करें। एक अमरीकी अखबार के साथ हुए इंटरव्यू में खलीलजाद ने कहा कि शांति समझौते की रूपरेखा तैयार हो चुकी है, हालांकि इसे अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।
समझौते में शामिल होंगी ये शर्तें
उन्होंने ये भी बताया कि इस समझौते के तहत विद्रोहियों को गारंटी देना होगा कि वे अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूहों या व्यक्तियों के अड्डे के रूप में नहीं करेंगे। ये भी बताया जा रहा है कि समझौते के बाद संघर्ष विराम लागू हो सकेगा जिससे अमरीकी सैनिकों की काबुल से पूरी तरह वापसी सुनिश्चित हो सकेगी। इसके साथ ही तालिबान और अफगान सरकार के बीच बातचीत का भी रास्ता खुलेगा। इस संबंध में अमरीकी दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘हमने अपनी चर्चा में महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रगति की है, इसके साथ ही कुछ अहम मुद्दों पर समझौते को लेकर सैद्धांतिक सहमति बनी है।’