गुरुवार तड़के से भी दिल्ली में बारिश जारी है। भारतीय मौसम विभाग ( IMD ) ने 25 अगस्त तक दिल्ली में अच्छी बारिश का अनुमान जताया है। दिल्ली के कुछ हिस्सों में तो इस तरह की बारिश इस सीजन में पहली बार ही हुई। दिल्ली के दक्षिणी, पश्चिमी, उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों अभी तक तेज बारिश नहीं हुई है। शेष दिल्ली में लोगों का बारिश से बुरा हाल है। कहीं जलभराव तो कहीं बारिश के जाम के हालात उत्पन्न हो गए हैं। अब तो स्कूलों की दीवारें गिरने तक की नौबत आ गई है।
तापमान सामान्य से 6 डिग्री कम बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान महज 27.7 डिग्री रहा। यह सामान्य से 6 डिग्री कम है। अगस्त में 2011 से तापमान कभी इतना कम नहीं गया। दिल्ली का तापमान पिछले 10 सालों में इतना कम रहा। इसलिए दिल्ली वाले अगस्त कूल का भी लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री रहा।
आया नगर में सबसे ज्यादा बारिश इसके आलवा 24 घंटों के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में 40.2 एमएम बारिश दर्ज हुई। जबकि आया नगर में सबसे अधिक 68.9 एमएम बारिश दर्ज की गई।
दिल्ली के ये इलाके जलमग्न बुधवार की बारिश से दिल्ली के कई इलाके जलमग्न ( Water Logging ) हो गए हैं। इन इलाकों में पानी भर गया। हालांकि, ट्रैफिक पर ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। जलभराव वाले इलाको में पुल प्रह्लादपुर अंडरपास, गुरुनानक चौक, मोतीबाग फुटओवरब्रिज के पास, पालम फुटओवरब्रिज, छत्ता रेल, बत्रा हॉस्पिटल, मिंटो ब्रिज, बीआरटी कॉरिडोर संगम विहार, बदरपुर बॉर्डर, भैरो रोड के दोनों तरफ, आश्रम चौक की शिप रोड, पुराना किला रोड, चंदगी राम अखाड़ा, खैबर पास, पीएस तिमारपुर रोड, ओखला मंडी, मिटो रोड, बारापुल्ला रोड, द्वारका अंडरपास आदि इलाके शामिल हैं।
गुरुग्राम में भी मौसम मेहरबान गुरुग्राम से लगती दिल्ली के हिस्सों में मॉनसून सबसे अधिक मेहरबान रहा। गुरुवार को भी मौसम सुहावना बना रहेगा। हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, लेकिन बुधवार जितनी बारिश नहीं होगी। मौसम विभाग के अनुसार तापमान 31 डिग्री के आसपास रह सकता है। इसके बाद शुक्रवार से फिर उमस लोगों को परेशान कर सकती है। बारिश हल्की होने की वजह से तापमान फिर से 35 डिग्री के आसपास पहुंच जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि 25 अगस्त के आसपास फिर से एक बार बारिश दर्ज हो सकती है। मॉनसून के दौरान 1 जून से अब तक 466 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है।
स्काईमेट के मुताबिक गुरुवार से बारिश कुछ हल्की पड़ जाएगी। मॉनसून की रेखा राजस्थान से आगे बढ़ते हुए उत्तर में पंजाब और हरियाणा पर पहुंची है। साथ ही एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब और इससे सटे पाकिस्तान पर बना हुआ है।
बंगाल की खाड़ी में बना निम्म दबाव का क्षेत्र इसके अलावा बंगाल की खाड़ी ( Bay of Bengal ) पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण बंगाल की खाड़ी से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों तक आर्द्र हवाएं पहुंच रही हैं। जिसकी वजह से मॉनसून राजधानी में सक्रीय हुआ है। मॉनसून अभी सक्रिय रहेगा और 25 अगस्त तक बारिश की संभावना है।