मौसम विभाग का अलर्ट: कड़ाके की सर्दी में ना पीएं ज्यादा शराब, जानिए पीछे की वजह
देश के अधिकांश इलाकों में जारी है सर्दी का सितम
कड़ाके की ठंड और नए साल के जश्न में शराब के सेवन को लेकर मौसम विभाग का अलर्ट
शराब का सेवन बढ़ा सकता है आपकी मुश्किल, अन्य विकल्पों पर दें जोर
नई दिल्ली। देशभर के कई इलाकों में इन दिनों कड़ाके की ठंड ( Cold Waves ) पड़ रही है। खास तौर पर पहाड़ी राज्यों और उत्तर भारत में सर्दी का सितम जारी है। हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड के दौर के बीच मौसम विभाग ( IMD ) ने एक बड़ा अलर्ट जारी किया है। ये चेतावनी है कड़ाके की ठंड में शराब ( Alcohol ) के सेवन से बचने की।
दरअसल ठंड के मौसम और नए साल के जश्न की वजह से एल्कोहल का सेवन काफी बढ़ जाता है। यही वजह है कि मौसम विभाग ने प्रभाव आधारित सलाह जारी करते हुए कहा है कि 28 दिसंबर से तीन से चार दिन तक देश के कई इलाकों खासतौर पर उत्तर भारत में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पडे़गी। ऐसे में ठंड से बचने के लिए लोग शराब के सेवन से बचें। इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
हार्ट अटैक का 30 फीसदी ज्यादा खतरा विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी में शराब का ज्यादा सेवन दिल के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसके चलते न सिर्फ आपको सर्दी-जुकाम रहने लगता है बल्कि दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी 30 फीसद तक बढ़ सकता है।
एक्सपर्ट्स की मानें तो सर्दियों में रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिसके चलते हृदय को रक्त प्रवाह जारी रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में शराब पीना आपके दिल के लिए और भी खतरनाक हो जाता है। सर्दी में शरीर का तंत्र अलग तरह से काम करता है। शराब पीने से शरीर और उसके अंदर के अहम अंग ठंडे पड़ने लगते हैं।
बढ़ता है हाइपोथरमिया का खतरा कई रिसर्च से ये बात सामने आई है कि ठंड में शराब पीने से गर्मी का एहसास मिलता है, लेकिन ये वास्तव में शरीर के तापमान को बाहरी ठंड के बावजूद कम कर सकता है और हाइपोथरमिया के खतरे को बढ़ाता है।
दरअसल ठंड तब लगती है जब रक्त का प्रवाह स्किन से अंगों में होता है, इससे शरीर के तापमान में बढ़ोतरी होती है। जैसे ही हम शराब का सेवन करते हैं ये प्रक्रिया विपरित हो जाती है। ऐसे में रक्त का प्रवाह स्किन में बढ़ जाता है और तेजी से शरीर का तापमान गिरने लगता है।