तीसरा चरण 13 जून को दूसरा चरण समाप्त होने के बाद शुरू होगा। वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के दौरान अभी तक 47 देशों की 160 से अधिक उड़ानों में लगभग 32,000 नागरिकों को वापस लाने की योजना है। इस चरण की शुरुआत 16 मई हुआ था।
PM Modi in Bengal Live: बंगाल के बाद ओडिशा पहुंचे मोदी की सीएम पटनायक ने की आगवानी, प्रभावित क्षेत्र का करेंगे दौरा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ( MEA Spokesprson Anurag Shrivastav ) ने बताया कि इस मिशन का दूसरा चरण 13 जून तक चलेगा। उसके बाद तीसरा चरण शुरू होगा। इस चरण में निजी एयरलाइनों को शामिल किया जा सकता है। फिलहाल इस बात पर विचार मंथन जारी है कि इस मिशन में प्राइवेट एयरलाइन्स को किस आधार पर शामिल किया जाए ताकि हम उड़ानों की संख्या बढ़ा सकें।
पहले दो चरणों में सभी उड़ानें राज्य द्वारा संचालित एयर इंडिया ( Air India ) और इसकी सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा संचालित की जा रही थीं। सरकार ने कुछ देशों के नागरिकों को वापस लाने के लिए वायु सेना ( Indian Air Force ) के परिवहन विमान और नौसेना के युद्धपोतों का भी उपयोग किया है।
Atmanirbhar Bharat Yojna : शिवसेना ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, महाराष्ट्र की उपेक्षा पर जताया ऐतराज गुरुवार तक वंदे भारत मिशन के तहत कुल 23,475 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। इनमें 4,883 कार्यकर्ता, 4,196 छात्र और 3,087 पेशेवर शामिल हैं।
बता दें कि इस मिशन के तहत विदेशों में फंसे हुए भारतीयों को वापस देश में लाया जाता है जो कोरोना वायरस (
coronavirus ) के कारण मार्च में घोषित हुए लॉकडाउन ( Lockdown ) के कारण वहां फंस गए हैं। प्राइवेट एयरलाइंस को इसमे शामिल करने से वित्तीय रूप से जूझ रहीं कंपनियों को कुछ कमाई के साधन उपलब्ध होंगे और वे नागरिकों को कम किराए पर टिकट उपलब्ध करा सकती हैं।
क्या है वंदे भारत मिशन? वंदे भारत मिशन कोरोना वायरस संकट ( coronavirus Pandemic ) के बीच दुनिया भर में फंसे भारतीयों के घर वापसी की सबसे बड़ा मिशन है। इस मिशन को दूसरा फेज चल रहा है कि और तीसरा फेज 13 जून के बाद शुरू होगा। इस मिशन के तहत दुनिया के अलग-अलग कोनों में फंसे भारतीयों को वापस लाने का काम किया जा रहा है।
यह काम एयर इंडिया और भारतीय नेवी मिलकर कर रही है। इसे वंदे भारत और समुद्र सेतु मिशन ( Vande Bharat and Samudra Setu misson) नाम दिया गया है। इस मिशन में हीरोज एयर इंडिया और भारतीय नेवी के कर्मचारी हैं जो लगातार भारतीयों की घर वापसी कराने में काम में जुटे हुए हैं।