सूत्रों के अनुसार सोमवार की सुबह सिमला के पीठापाकड़ा गांव के निकट के जंगल में बाघ के पांवो के छाप नजर आए हैं। स्थानीय प्रशान्त सिंह महापात्र ने देखा और इसकी सूचना गांव वालों को दी। फिर पुलिस आई बाद में वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। वन विभाग के कर्मचारियों ने भी बाघ के पांव के छाप की पुष्टि की है। इसकी खबर पाते ही आस-पास के गांव के लोग जमा हो गए। सभी में उत्सुकता के साथ ही भय भी देखा जा रहा है। दूसरी ओर वन विभाग की ओर से पुलिस की मदद से इलाके में ड्रोन के जरिए बाघ की तलाश की जा रही है पर सफलता मिलती नहीं दिख रही है क्योंकि बाघ एक जगह से दूसरी जगह चला जा रहा है। वन विभाग के सारे प्रयास नाकामयाब हो रहे हंै। वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि उक्त स्थान में बाघ के आने तथा जाने दोनों के पांव के निशान मिले हैं। ड्रोन के साथ ही पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें बकरी बांधी गई ताकि बाघ पिंजरे में फंसे।
मालूम हो कि पश्चिम मिदनापुर में कई इलाको ंमें बाघ के होने के सबूत मिले हैं। लालगढ़ के जंगल में बाघ की तस्वीरें मिली हैं। पश्चिम मिदनापुर के गोयालतोड़ा स्थित कुशकाठी गांव में रविवार को एक व्यक्ति को बाघ ने घायल कर दिया है। 15-20 लोग कुशपाता जंगल में शिकार करने गए थे। उसी वक्त उनको बाघ दिखा। उन लोगों ने बाघ को घेर लिया था पर बाघ उनमें से एक जयराम सरेन के ऊपर कूद पड़ा। जयराम को गम्भीर चोट आई है। उसे अस्पताल पहुंचाया गया। वन विभाग की ओर से लगातार गांव के आस-पास माइकिंग कर सावधानी बरतने को कहा जा रहा है।