इस अध्यादेश में जयललिता के आवास को अस्थायी तौर पर कब्जे में लेने की बात थी। जयललिता की संपत्ति में 4 किलो सोना, 610 किलो चांदी, 10,438 कपड़े, 8,376 किताबें समेत कुल 32,721 चीजें शामिल हैं।
रफाल के भारत आते ही देश के इस राज्य में हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला, जोरदार धमाके में सेना के कई जवान शहीद आपको बता दें कि जयललिता की भतीजी दीपा और भतीजे दीपक ने खुद को जयललिता के कानूनी उत्तराधिकारी के तौर पर घोषित किए जाने को लेकर कोर्ट में याचिका भी दाखिल की थी। दरअसल लंबी बीमारी के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान 2016 में जयललिता का निधन हो गया था। इसके बाद से ही उनकी संपत्ति के अधिकार को लेकर भी काफी विवाद चला था। हालांकि बाद में कोर्ट ने आदेश के बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो गई।
तमिलनाडु की पलानीस्वामी सरकार ने एआईडीएमके की दिग्गज दिवंगत नेता जयललिता की संपत्ति को कब्जे में लिया है। आपको बता दें कि दिसंबर 2016 में अपने निधन से पहले अन्नाद्रमुक की दिवंगत सुप्रीमो तीन मंजिला इमारत ‘वेद निलयम’ में रहती थीं। यही नहीं राज्य सरकार ने 2017 में इस पॉश संपत्ति को स्मारक में तब्दील करने की घोषणा की थी।
जयललिता की संपत्ति में ये है शामिल
जयललिता की जिस संपत्ति को सरकार ने जब्त किया है उसमें- – 04 किलो सोना
– 610 किलो चांदी
-10,438 कपड़े
– 8,376 किताबें
– 11 टीवी
– 10 रेफ्रिजरेटर
– 38 एसी
– 556 फर्नीचर
– 6514 रसोइ के बर्तन
– 1055 शोकेस
– 15 पूजा के बर्तन
– 29 फोन
– 394 मोमेंटो
– 253 स्टेशनरी आइटम
– 65 सूटकेस
– 02 आम के
-01कटलह
– 05 नारियल
-05 केले के पेड़
– 6 घड़ियां प्रमुख रूप से शामिल हैं।
– 32,721 कुल चीजें
मानसून को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया सबसे बड़ा अलर्ट, जानें देश के किन राज्यों में जारी हुई भारी बारिश की चेतावनी इन सभी चल-असल संपत्तियों को प्रदेश सरकार पुरात्ची थलाइवा डॉ. जे जयललिता मेमोरियल फाउंडेशन को ट्रांसफर कर देगी। इस फाउंडेशन का गठन ‘वेद निलयम’ को स्मारक में बदलने के इंतजाम में होगा। खास बात यह है कि इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी करेंगे।
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने 25 जुलाई को वेद निलयम को अधिग्रहित करने के लिए बकायदा सिविल कोर्ट में 67.9 करोड़ रुपये की रकम जमा कराई है।