पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे युवा हर दिन बदलते वक्त के साथ नए स्किल सीख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस संकट ने वर्ल्ड कल्चर के साथ ही नेचर ऑफ जॉब को भी बदलकर रख दिया है।
पीएम ने कहा कि देश में अब श्रमिकों की मैपिंग का काम शुरू किया गया है, जिससे लोगों को आसानी होगी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी स्किल ही आत्मनिर्भर भारत की शक्ति बनेंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट में लोग पूछते हैं कि आखिर इस दौर में कैसे आगे चला जाए। इसका एक ही मंत्र है कि, आप स्किल को मजबूत बनाएं। अब आपको हमेशा कोई नया हुनर सीखना होगा।
पीएम ने कहा कि हर सफल व्यक्ति को अपने स्किल को सुधारने का मौका सीखना चाहिए। अगर कुछ नया सीखने की ललक नहीं है तो जीवन ठहर जाता है। इसलिए नया सीखने की ललक जरूरी है।
पीएम जीप ठीक करने वाले का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा मैं एक संस्था के साथ काम करता था, तब हम जीप में जा रहे थे। जीप खराब हो गई, सभी ने जीप में धक्के मारे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। तब मैकेनिक को बुलाया उसने दो मिनट में ठीक कर दी। उसने बदले में बीस रुपये मांगे। हमने पूछा इतना ज्यादा क्यों? तो उसने जवाब दिया मैं दो मिनट के काम का पैसा नहीं ले रहा हूं, बल्कि बीस साल से जो काम करके अनुभव जुटाया है उसका पैसा ले रहा हूं।
– भारत में स्किल और ज्ञान में अंतर करते हुए काम किया जा रहा है।
– लगातार स्किल में करना होगा बदलाव, यही समय की मांग
– मेरे जानने वाले की हैंडराइटिंग बहुत अच्छी थी, उन्होंने इसमें काफी बदलाव किए, नतीजा उन्हें बहुत काम मिला
– हर किसी में अपनी एक क्षमता होती है, जो दूसरों से आपको अलग बनाती है।
– अगर स्किल को सीखते रहेंगे तो जीवन में उत्साह बनेगा, कोई किसी भी उम्र में स्किल सीख सकता है।