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विहारों और मठों में उपासना शुरू
बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर बौद्ध अनुयायियों ने सफेद वस्त्र धारण कर बौद्ध विहारों और मठों में उपासना व दान धर्म का पून्य कार्य किया। इलाहबाद त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान कर अपने आराध्य को याद किया। वहीं, बिहार के गया में बुद्ध अनुयायियों ने इस अवसर पर पीस मार्च निकाल कर शांति स्थापना की कामना की। बता दें कि बुद्ध पूर्णिमा का यह पवित्र त्यौहार बुद्ध के बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है।
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केंद्र बौद्ध पर्यटन की शुरुआत
वहीं, पीएम नरेन्द्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा की बधाई देते हुए कहा कि केंद्र बौद्ध पर्यटन के लिए बुयिनादी ढांचा तैयार कर रही है ताकि देश के प्रमुख बौद्ध स्थलों से दक्षिणपूर्व एशिया को जोड़ा जा सके। मोदी ने कहा कि हम बौद्ध पर्यटन के लिए बुनियादी ढांचा तैयार कर रहे हैं, जो देश के महत्वपूर्ण बौद्द स्थलों को दक्षिणपूर्व एशिया से जोड़ेगा। मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि सराकर कई बौद्ध मंदिरों के जीर्णोद्धार में साझेदार है, जिनमें म्यांमार के बागान में सदियों पुराना आनंद मंदिर भी शामिल है। मोदी ने कहा कि देश को भगवान बुद्ध की बुद्धिमता विरासत में मिली है। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म ने भारत को चीन, जापान, कोरिया, थाईलैंड, कंबोडिया और म्यांमार जैसे कई एशियाई देशों से जोड़ा है, भगवान बुद्द की शिक्षाएं जहां की परंपरा का हिस्सा रही हैं।