ट्रेनों का संचालन अप्रैल माह से ही लगभग रुका हुआ था। इससे पहले कोरोना की पहली लहर के कारण करीब 8 महीने तक रेल सेवा बाधित रही थी लेकिन जैसे ही पहली लहर का असर कम होने लगा था, ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया था। उसके बाद कोरोना की दूसरी लहर के कारण मौतों व संक्रमण के आंकड़ें बढ़ने के कारण ट्रेनों का संचालन बाधित हुआ। अब दूसरी लहर के घटते हुए असर को देखते हुए फिर से ट्रेनें शुरू की जा रही हैं।
ट्रेनों का संचालन भले ही शुरू कर दिया गया हो लेकिन इसके लिए भी सरकार ने एक गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसका यात्रियों को सफर के दौरान पालन करना होगा। सफर के दौरान मास्क पहनना, दो गज की दूरी रखना और हाथों को बार बार सेनेटाइजर से सेनेटाइज करने जैसे कई नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट के जाने की अनुमति नहीं है, ऐसे में कोरोना का आरटी-पीसीआर जांच करवाने के बाद ही यात्रियों को सफर करना चाहिए ताकि कहीं जाने में दिक्कत ना आए और कोरोना से भी बचाव हो सके।
गौरतलब है कि देश के वैज्ञानिकों ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका जताते हुए कहा है कि अक्टूबर में तीसरी लहर दस्तक दे सकती है और इससे ज्यादा तबाही हो सकती है। ऐसे में सरकार ने सीमित छूट देते हुए रेलवे का संचालन शुरू किया है। बता दें कि दुनिया में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, जिसके कारण कोरोना की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए।