दरअसल माना जाता है फिल्मों की हमारे जीवन पर काफी असर रहता है। फिल्में किसी भी संवेदनशील मुद्दे को पर्दे पर बखूबी प्रस्तुत करने में कारगर साबित होती है। फिल्मी डायलॉग लोगों को जहन में इस कदर बस जाते हैं कि कई बार तो वे इन्हें अपनी जीवन या दिनचर्या में भी शामिल कर लेते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को ना सिर्फ अभिव्यक्ति के लिए बेहतरीन जरिया मिला है बल्कि प्रशासन से मदद का मौका भी मिला है। पुणे में एक शख्स ने अपने प्रेम संबंधों को लेकर ट्विटर के जरिए पुणे के पुलिस आयुक्त से ‘कुछ करने’ के अुनरोध किया।
इस शख्स ने प्रेम संबंधों में मदद के लिए ट्वीट किया तो जवाब पुलिस कमिश्नर में भी उसे फटकारने की बजाय फिल्मी डायलॉग का सहारा लिया और सटीक जवाब दिया। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने उसे समझाया और फिल्म पिंक में अमिताभ बच्चन के डायलॉग के जरिए लिखा- No means No यानी ‘नहीं का मतलब नहीं’ होता है।
पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ‘लेटअस टॉक’ पहल के तहत ट्विटर पर नागरिकों के सवाल ले रहे थे। इसी बीच, इस व्यक्ति ने उनसे प्रेम संबंधों में मदद मांगी। इस पर उन्होंने ट्वीट किया, ‘दुर्भाग्य से, बिना उसकी सहमति के हम आपकी कोई मदद नहीं कर सकते। ना ही आप उसकी इच्छा के विरूद्ध कुछ करें।
यदि किसी दिन वह राजी हो जाती है तो हमारी शुभकामनाएं हैं। नहीं तो नहीं का मतलब नहीं होता है।’
तमिलनाडु में चुनावी वादों की लगी झड़ी, महिलाओं से लेकर आम परिवार तक मिलने वाला है इतना कुछ आपको बता दें, बीते दिन पुणे पुलिस ने ट्विटर के जरिए लोगों से बात की और उनके सवालों और राय का जवाब दिया। पुणे पुलिस की ये पहल जनता की राय और उनकी बातें समझने के लिए थी।
जनता कि पुलिस से क्या उम्मीदें हैं और शहर के विकास के लिए जनता और क्या सोचती है। वहीं, लोगों की समस्याओं पर भी खास ध्यान पुणे पुलिस ने दिया।