टिड्डियों के आने पर बर्तन बजाकर मचाएं शोर गुरुग्राम ( Gurugram ) जिला प्रशासन ने टिड्डियों के आतंक से बचने के लिए लोगों से अपने घर की खिड़कियों को बंद रखने का सुझाव दिया है। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को टिड्डियों के आक्रमण ( Locust Attack ) के संभावित खतरे को देखते हुए यह निर्देश जारी किया। इसके अलावा लोगों से बर्तन बजाकर शोर करने को भी कहा गया है। ताकि टिड्डीयों का दल वहां न रुके।
जिला प्रशासन ( District Administration ) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक टिड्डियों का झुंड हरियाणा के फरीदाबाद, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और झज्जर तक पहुंचने की सूचना है। इसके साथ ही किसानों को अपने ट्यूबवेल पर कीटनाशक स्प्रे रखने के लिए कहा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल किया जा सके। कृषि विभाग के कर्मचारियों को गांवों में जाकर इस संबंध में जानकारी देने और जागरूकता फैलाने को कहा है।
Delhi में एक दिन में हुई रिकॉर्ड 21,144 Corona Testing, 4 गुना बढ़ी जांच की संख्या – अरविंद केजरीवाल एटीसी ने पायलट्स को दी हिदायत टिड्डी दल को देखते हुए ATC ने विमान के पायलट्स को हिदायत दी है कि उड़ान और लैंडिंग के समय इस बात का ध्यान रखें। गुरुग्राम-द्वारका एक्सप्रेसवे के पास भी बड़ी संख्या में टिड्डी देखी गई हैं।
ड्रोन की ली जा सकती है मदद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गुरुग्राम सहित दिल्ली एनसीआर में टिड्यिों के आतंक को देखते हुए अधिकारियों संपर्क में हैं। टिड्डी नियंत्रण दलों को प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक टिड्डी दलों को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन की मदद ली जा सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक टिड्डियों के खिलाफ ऑपरेशन देर रात्रि में ज्यादा प्रभावी रहता है।
दिल्ली में Emergency Meeting गुड़गांव में टिड्डियों का दल पहुंचने के बाद दिल्ली की ओर इनके बढ़ने की संभावना बढ़ने की संभावना है। ऐसे में दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने टिड्डियों के खतरे को देखते हुए इमरजेंसी बैठक बुलाई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने टिड्डियों के दल के गुड़गांव तक पहुंचने के बाद ये इमरजेंसी बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि आपात बैठक के दौरान गोपाल शीर्ष अधिकारियों के साथ टिड्डी अटैक के मद्देनजर रणनीति पर विचार करेंगे। साथ ही जरूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दे सकते हैं।
दिल्ली के कोरोना मरीजों में रिकवरी रेट 60% से ज्यादा, मृत्यु दर में भी आई कमी Haryana Government ने मई में दिए थे बचाव के निर्देश बता दें कि हरियाणा के मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा ने मई में ही कृषि विभाग और जिला प्रशासन को टिड्डियों के किसी भी हमले से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए थे। बताया जा रहा है कि इस बार टिड्डियां समय से पहले आई हैं। इसका कारण मौसम का शुष्क होना है। पहले के मुकाबले इस बार यह अधिक ताकतवर और इनकी संख्या बहुत अधिक है। यह सुबह 10 बजे के आस-पास अपना स्थान बदलती हैं और फसलों को बर्बाद करने के साथ-साथ पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचाती हैं।