मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रांस से रफाल विमानों की पहली खेल 27 जुलाई यानी जुलाई के अंत तक आने की उम्मीद है। रफाल की पहली डिलीवरी अंबाला एयरबेस पर होगी। हालांकि इस मामले में वायुसेना की ओर से कोई आधिकारी बयान सामने नहीं आया है।
फ्रांस के साथ लड़ाकू विमानों की जो डील मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान 2016 में हुई थी। इसके मुताबिक भारत में 36 रफाल लड़ाकू विमान आने हैं।
दरअसल करीब 10 रफाल लड़ाकू विमान डसॉल्ट एविएशन की ओर से तैयार किए जा चुके हैं। वहीं इनमें से 6 रफाल की पहली खेप अब भारत में जुलाई अंत तक आ सकती है।
संयुक्त अरब अमीरात में अबू धाबी के पास अल ढफरा हवाई अड्डे पर एक स्टॉपओवर के साथ जुलाई-अंत में भारत में रफाल लाने की तैयारी है। खास बात यह है कि इन विमानों को भारतीय पायलट उड़ाकर लाएंगे।
भारत आने वाली रफाल विमानों की पहली खेप में फिलहाल 6 विमानों को ही शामिल किया गया है, जबकि फ्रांस 10 विमान तैयार कर चुका है। दरअसल इसके पीछे भी वजह है, बाकी विमानों की फ्रांस को जरूरत पड़ेगी। इन विमानों के जरिये फ्रांस भारतीय वायुसेना के पायलट और क्रू को और ट्रेनिंग दी देगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच रफाल लड़ाकू विमान की डिलीवरी में तेजी से भारत को और मजबूती मिलेगी।
दरअसल इससे पहले फ्रांस की ओर से 2021 फरवरी में 18 रफाल लड़ाकू विमान की डिलीवरी भारतीय वायुसेना को की जानी थी। जबकि अन्य बचे विमान मई 2022 तक आने थे। फ्रांस ने पहला रफाल 8 अक्टूबर 2019 को भारत को सौंप दिया था।