दरअसल शुक्रवार और शनिवार की रात जज ने रात 11 बजे से सुबह साढ़े तीन बजे तक एक मामले की सुनवाई की। मामले की सुनवाई पूरे होने पर दोषी साबित हुए 29 आरोपियों को तुरंत जेल भी भेज दिया गया। ये मामला अहमदाबाद के छारनगर का है। यहां गुरुवार रात पुलिस अवैध शराब के धंधे में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए पहुंची थी। इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों की बीच हुई भिड़ंत के मामले में 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। सभी को रात को ही जिला अदालत में पेश किया गया।
मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर आरोपियों ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराईं। इसमें बताया गया कि पुलिस ने घर में घुसकर जबरन मारपीट की और वाहनों को क्षतिग्रस्त किया। इस दौरान आरोपियों ने मजिस्ट्रेट को घाव के निशान भी दिखाए। इसपर जज ने सभी आरोपियों को जेल भेजने का निर्देश देने के साथ ही मेडिकल चैकअप कराने का निर्देश दिया।
बहरहाल मामले को लेकर जिस तरह जज ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है उसको लेकर हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है। मामले की गंभीरता को समझते हुए जज ने देर रात न सिर्फ इस मामले पर सुनवाई शुरू की बल्कि सुबह होने तक इस पर अहम फैसला भी सुनाया। आपको बता दें कि घटना में पीएसआई से सहित तीन पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए। आरोप है कि घटना के बाद पुलिस ने स्थानीय घरों में घुस-घुसकर महिलाओं संग मारपीट की और घर के बाहर खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।